17 नवंबर दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बुधवार को कहा कि शहर में बढ़ते प्रदूषण के मद्देनजर उनकी सरकार ने अगले आदेश तक स्कूल तथा अन्य शैक्षणिक संस्थान बंद रखने और आवश्यक सेवाओं के अलावा, बाहर से आने वाले वाहनों के शहर में प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है।
राय ने संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक के बाद राय ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ” सार्वजनिक परिवहन सेवाओं को मजबूत करने के लिए 1,000 निजी सीएनजी बसों को तैनात किया जाएगा। इसकी प्रक्रिया बृहस्पतिवार से शुरू की जाएगी।”
वायु प्रदूषण पर उच्चतम न्यायालय में सुनवाई से पहले, वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) ने मंगलवार देर रात निर्देश दिया था कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में स्कूल, कॉलेज और शैक्षणिक संस्थान अगले आदेश तक बंद रहेंगे और केवल ऑनलाइन शिक्षा की अनुमति होगी। आयोग ने निर्देश दिया कि दिल्ली के 300 किलोमीटर के दायरे में स्थित 11 ताप विद्युत संयंत्रों में से केवल पांच संयंत्र ही 30 नवंबर तक चालू रहेंगे।
राजधानी और आसपास के इलाकों में इन दिनों लोगों का सांस लेना दूभर है। यहां वायु इतनी प्रदूषित हो चुकी है कि लोग घर के अंदर भी मास्क लगाने को मजबूर हैं। लोगों की सुबह की जॉगिंग और साइकिलिंग बंद है। एयर पॉल्यूशन को कंट्रोल करने के लिए दिल्ली सरकार ने भी कई एहतियाती कदम उठाए हैं। दिल्ली में जानलेवा प्रदूषण से लोगों को राहत दिलाने के लिए सीएक्यूएम (कमीशन फाॅर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट) ने कई अहम फैसले लिए हैं।
दिल्ली में सिर्फ जरूरी सामानों से जुडे़ ट्रक ही आ सकेंगे। फिलहाल 21 नवंबर तक यह व्यवस्था की गई है। इसके बाद प्रदूषण के हालात का रिव्यू किया जाएगा और उसके अनुसार ही निर्णय लिए जाएंगे।
चलान करना चालू.
दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण की सबसे बड़ी वजह ट्रांसपोर्ट है। यही वजह है कि एनसीआर में 10 साल से पुराने डीजल और 15 साल से पुरानी पेट्रोल की गाड़ियां भी सड़कों पर नहीं आएगी। ऐसे लोगों का चलान काटना शुरू कर दिया गया हैं. इंडस्ट्री प्रदूषण कम करने के लिए एनसीआर में उन्हीं इंडस्ट्री को चलने की इजाजत दी गई है जो गेस आधारित हैं।
पावर प्लांट को भी दी गई हिदायत
30 नवंबर तक के लिए राजधानी के 300 किलोमीटर रेडियस में चल रहे 11 थर्मल पावर प्लांट को शेड्यूल किया गया है। एक तय समय में यही प्लांट चल सकेंगे। मिनिस्ट्री ऑफ पावर के सेकेट्री इन पावर प्लांट को बताएंगे कि इनसे कितनी बिजली की जरूरत है। यह प्लांट उतनी ही देर के लिए चल सकेंगे।
निर्माण कार्य पर पहले से रोक..केवल इन्हें छूट
दिल्ली में निर्माण कार्य पर पहले ही रोक है। अब 21 नवंबर तक यह रोक एनसीआर पर भी लगा दी गई है। हालांकि रेलवे सर्विस व रेलवे स्टेशन, मेट्रो रेल, एयरपोर्ट और आईएसबीटी, नैशनल सिक्युरिटी, डिफेंस और राष्ट्रीय जरूरत से जुडे़ प्रोजक्ट को इससे छूट दी गई है।
सरकारी कार्यालयों में 50 पर्सेंट स्टाफ को वर्क फ्रॉम होम
इसके अलावा एनसीआर के सभी सरकारी ऑफिस में 50 प्रतिशत स्टाफ को वर्क फ्राम होम देने को कहा गया है। यह व्यवस्था 21 नवंबर तक लागू की गई है। प्राइवेट ऑफिस में भी इसकी सलाह दी गई है ताकि सड़कों से ट्रैफिक कम हो।
स्कूल कॉलेज मेंऑनलाइन मोड पर क्लास
एनसीआर के सभी पब्लिक, प्राइवेट स्कूल, कॉलेज और एजुकेशनल संस्थान को या तो बंद रहने के आदेश दिए गए हैं या फिर ऑनलाइन मोड पर क्लास लेने को कहा गया है। सभी राज्यों के चीफ सेकेट्री यह सुनिश्चित करेंगे कि इन आदेशों का पालन किया जाए।