केंद्र की मोदी सरकार ( Narendra Modi Government) लगातार रोड इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ावा दे रही है. इसके चलते देश में कई एक्सप्रेस-वे और ग्रीनफील्ड कॉरिडोर का निर्माण कराया जा रहा है. दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे (Delhi-Mumbai Expressway) से मार्च 2022 के बाद 2 घंटे के भीतर दिल्ली और जयपुर (Delhi to Jaipur Distance) तक का सफर यात्री पूरा कर सकेंगे. जल्द ही आप दिल्ली के धौलाकुआं से जयपुर का सफर तीन घंटे के भीतर तय कर सकेंगे. यह सफर आप दिल्ली-गुरुग्राम और सोहाना मुंबई एक्सप्रेसवे के जरिये तय करेंगे. फिलहाल इस प्रोजेक्ट को पूरा किए जाने की डेडलाइन दो माह बाद मार्च 2022 है. यह रोड सिग्नल फ्री होगा. दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे देश का सबसे लंबा एक्सप्रेस-वे है. यह 1,380 किलोमीटर लंबा है. राजस्थान में 16,600 करोड़ रुपए की लागत से 374 किलोमीटर लंबा खंड बनाया जा रहा है.
नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) ने सोहना एलिवेटेड रोड के लिए 31 मार्च तक की समय सीमा तय की है. यह गुड़गांव के राजीव चौक और दिल्ली-मुबंई एक्सप्रेस-वे के सोहन-दौसा से सिग्नल फ्री रूट होगा. इससे पहले NHAI ने नवंबर 2021 की समय सीमा तय की थी. लेकिन कोविड के दूसरी लहर की वजह से इसे बढ़ाना पड़ा. NHAI को काम में तेजी लाने और यात्रियों और कार्गो वाहकों राहत देने के लिए काम समय सीमा में पूरा करने के निर्देश दिए हैं.
एक्सप्रेस-वे पर 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ सकेंगे वाहन
निर्माणाधीन दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे, दौसा से होकर गुजरता है, जो जयपुर से 60 किमी दूर है. एनएच-21 दौसा को जयपुर से जोड़ता है. धौला कुआं से जयपुर तक सोहना और दौसा के जरिए कुल 270 किमी का सफर करना होगा. अगर कोई एनएच-8 पर यात्रा करता है तो उसे भी लगभग इतनी ही दूरी तय करनी होगी.
NHAI के अधिकारियों का कहना है, “धौलाकुआं से जयपुर (सोहाना-दौसा) की दूरी 270 किमी के करीब है. यह दूरी NH-8 (फिलहाल दिल्ली-जयपुर हाईवे) के लगभग बराबर है. लेकिन एक्सप्रेसवे केवल हाई स्पीड गाड़ियों के लिए, इसलिए दिल्ली-जयपुर के बीच का सफर महज तीन घंटे के भीतर में तय किया जा सकेगा.
लेकिन एक्सप्रेस-वे ज्यादा स्पीड वाले वाहनों के लिए बनाया जा रहा है. इस पर 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से वाहन दौड़ सकते हैं. इसलिए जयपुर तक की यात्रा का समय घटकर दो घंटे हो जाएगा. बुंदीकुई से जयपुर के लिए दिल्ली-जयपुर एक्सप्रेस-वे को पूरा करने और दिल्ली और जयपुर के बीच आवागमन के समय को कम करके तीन घंटे से कम करने की योजना है.