कोरोना संक्रमण का मामला तेजी से बढ़ रहा है। इस वजह से अब एक बार फिर आम लोगों के साथ ही डाक्टरों को भी कोरोना ने अपनी की चपेट में लेना शुरू कर दिया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एम्स में करीब छह डाक्टर कोरोना संक्रमित हो गए हैं। इनमें कोरोना का कौन सा वैरिएंट है अभी इसकी पुष्टि होना बाकी है। एम्स के रेजिडेंट डाक्टरों के अनुसार बीते दो दिनों में एम्स में पांच से छह डाक्टर संक्रमित हुए हैं।
इनमें से तीन डाक्टर मरीजों के संपर्क में आने से संक्रमित बताए जा रहे हैं। इन सभी में संक्रमण के हल्के लक्षण हैं ।
एक वर्ष बढ़ाया रेजिडेंट डाक्टरों का कार्यकाल
राजधानी में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए एम्स प्रशासन ने रेजिडेंट डाक्टरों का कार्यकाल एक महीने के लिए बढ़ा दिया है। कोविड टास्क फोर्स की सिफारिश पर एम्स के रजिस्ट्रार ने इस संबंध में निर्देश भी जारी कर दिए हैं। इसके तहत जिन जूनियर और सीनियर रेजिडेंट का कार्यकाल 31 जनवरी 2022 को पूरा हो रहा है उन्हें एक महीने का सेवा विस्तार दिया गया है।
इसके साथ ही एम्स ने कोरोना मरीजों के लिए एक बार फिर एम्स ट्रामा सेंटर को अधिकृत कर दिया है। इसके तहत ट्रामा सेंटर के तीन तलों को कोरोना मरीजों के लिए अधिकृत कर दिया गया है। साथ ही ट्रामा में भर्ती मरीजों को मुख्य परिसर में स्थानांन्तरित करने के निर्देश दिए गए हैं। ऐसे में डाक्टरों ने एम्स प्रबंधन के खिलाफ काफी नाराजगी व्यक्त की है। बीते दो साल में दिल्ली एम्स में कोरोना मरीजों के लिए एक भी बेड नहीं बढ़ाया गया है। सिर्फ ट्रामा सेंटर में मौजूद बेडों को ही कोरोना मरीजों के लिए अधिकृत करके काम चलाया जा रहा है।