मेट्रो ट्रेनों में खड़े होकर यात्रियों के सफर करने की स्वीकृति मिलने के बाद दिल्ली मेट्रो के स्टेशनों पर सभी गेट खोल दिए गए हैं। इससे यात्रियों को स्टेशन पर जाने के लिए व्यस्त समय में लाइन में लगने की परेशानी दूर हो गई है। पिछले साल कोरोना का संक्रमण शुरू होने के बाद यह पहला मौका है जब मेट्रो स्टेशनों पर यात्रियों के प्रवेश व निकास के लिए सभी गेट खुल गए हैं। इससे जहां मेट्रो में सफर आसान हुआ है, वहीं मेट्रो में यात्रियों की भीड़ भी बढ़ी है। आशंका जताई जा रही है कि भीड़ बढ़ने के चलते कोरोना प्रोटोकाल के नियम भी टूटेंगे, इससे निपटने के लिए दिल्ली मेट्रो रेल निगम (Delhi Metro Rail Corporation) ने भी तैयारी तेज कर दी है।

उल्लेखनीय है कि कोरोना का संक्रमण शुरू होने पर पिछले साल 22 मार्च से छह सितंबर तक मेट्रो का परिचालन बंद था। सात सितंबर 2020 को मेट्रो का दोबारा परिचालन शुरू हुआ तो शारीरिक दूरी के नियम के पालन के लिए स्टेशनों पर एक से दो गेट ही खुले रखे गए थे।

 

गौरतलब है कि कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान मेट्रो का परिचालन बंद होने के बाद इस साल सात जून को मेट्रो का परिचालन शुरू हुआ तब भी मेट्रो में शारीरिक दूरी के पालन के लिए ज्यादातर गेट बंद रखे जाते थे। तब 253 मेट्रो स्टेशनों पर 257 गेट ही खोले गए थे। इस लिहाजा से हर स्टेशन पर करीब एक गेट खुला रखा गया था। इस वजह से सुबह व शाम को व्यस्त समय में यात्रियों की लंबी लाइन लगती थी। यात्रियों को मेट्रो के लिए 30 से 40 मिनट तक इंतजार करना पड़ता था। अक्टूबर के मध्य तक 61.69 फीसद गेट खोल दिए गए थे। मौजूदा समय में दिल्ली मेट्रो के 253 मेट्रो स्टेशनों पर 671 गेट हैं। अब ये सभी गेट खुल गए हैं, इसलिए स्टेशनों पर यात्रियों के प्रवेश के लिए अब कोई रोक टोक नहीं है।

डीएमआरसी ने ट्वीट कर कहा है कि दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के नए दिशा निर्देश के अनुसार बैठने की 100 फीसद क्षमता के अलावा मेट्रो के हर कोच में 30 यात्री खड़े होकर सफर कर सकते हैं। वैसे सच्चाई यह भी है कि कुछ दिन पहले से ही यात्री खड़े होकर मेट्रो में सफर करने लगे थे। सुबह व शाम मेट्रो में काफी भीड़ भी होती है।

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