दिल्ली में कोविड महामारी ने अब भयानक रूप ले लिया है। मरीजों की तादाद में लगातार होती वृद्धि के कारण अस्पतालों में बेडों की संख्या में कमी दिखाई देती नजर आ रही है। अस्पतालों में कोविड स्पेशल बेड की कमी अभी से होने लगी है। वहीं कुछ दिनों पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने लोगों को भरोसा दिलाया था कि कि दिल्ली के अस्पतालों में पर्याप्त बैड मौजूद हैं लेकिन स्थिति उससे उलट नजर आ रही है।
मशहूर एलएनजेपी अस्पताल का भी यही हाल
हालात ऐसे हैं कि हर बेड पर 2-2 मरीजों को रखा जा रहा है। ऐसा ही हाल दिल्ली के मशहूर एलएनजेपी अस्पताल का है जहां तेज़ी से कोरोना के मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी के कारण बेडों की संख्या में कमी साफ नजर आ रही है। एलएनजीपी के इन अस्पतालों में प्रत्येक बेड पर 2 कोरोना संक्रमित मरीज नजर आ रहे हैं जोकि स्थिति की गम्भीरता को दर्शाता है।
खोखला निकला सरकार का दावा
एक तरफ जहां दिल्ली में कोरोना संक्रमितों की संख्या में लगातार इजाफा होता आ रहा है। वहीं दिल्ली सरकार द्वारा किए गए दावे की पोल खुलती नजर आ रही है। सरकार ने दावा किया था कि अब भी 5,096 कोविड बेड खाली पड़े हैं। केजरीवाल सरकार ने गुरुवार शाम को जारी आंकड़ों में कहा है कि प्रदेश में 5,525 कोविड बेड हैं जिनमें सिर्फ 429 बेड पर ही मरीज हैं। दावा है कि दिल्ली के अस्पतालों में 14,918 बेड हैं जिनमें 10,134 पर मरीज हैं जबकि 4,784 बेड अब भी खाली पड़े हैं। सरकार ने बताया है कि 26,974 मरीज होम आइसोलेशन में हैं। पर ये स्थिति अस्पतालों में अलग दिखती नजर आ रही है।