29 हजार रुपये प्रतिमाह के वेतन पर कार्यरत थे
कोरोना काल में बेरोजगारी किसी अभिशाप से कम नहीं। बताते चले कि अकरम सैफी गौंछी स्थित रतन कॉन्वेंट स्कूल में अप्रैल 2019 से अंग्रेजी के अध्यापक (पीजीटी) के पद पर 29 हजार रुपये प्रतिमाह के वेतन पर कार्यरत थे।
आर्थिक तंगी के कारण वो फ़ोन रिचार्ज कराने में असमर्थ थे
उन्होंने बताया कि आर्थिक तंगी के कारण वो फ़ोन रिचार्ज कराने में असमर्थ थे, जिस कारण वो बच्चों को ऑनलाइन पढ़ा नहीं सके। दिसंबर 2019 तक का बकाया मार्च 2020 में स्कूल ने दिया। उसके बाद उन्हें सिर्फ सात हज़ार रुपया दिया गया। जब उन्होंने इस बात की शिकायत सीएम विंडो पर की तो 14302 रुपये बकाया राशि के रूप में दिया गया।
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(पीएमओ) से शिकायत की
बाकि रुपयों के लिए वो लगभग 50 दिन से परेशान हो रहे हैं लेकिन शिक्षा अधिकारी
सिर्फ उनका मामला सुलझाने का बहाना कर रहे हैं। स्तिथि यहाँ तक पहुंच गयी कि उन्हें लिफाफा बनाकर गुजारा करना पड़ा। अंत में परेशान होकर इस बाबत उन्होंने 26 नवंबर को प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) से शिकायत की है।