यह आफत है निवासियों का पतंगबाजी का शौक
लखनऊ में मेट्रो पर अब एक नई आफत टूटती नजर आ रही है। जी हां, यह आफत है निवासियों का पतंगबाजी का शौक। उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (यूपीएमआरसी) के एक अधिकारी के हवाले से कहा गया है कि मेट्रो कॉरिडोर के निकट पतंग न उड़ाने की अपील कितनी दफा की जा चुकी है।
ओएचई लाइन काफी प्रभावित हो रहा है
लेकिन इन अपीलों के बावजूद भी निवासियों के हरकतों में कोई खास सुधार नहीं आया है। निवासी पतंग उड़ाने के लिए चीनी मांझा का इस्तेमाल करते हैं, जिसके कारण ओएचई लाइन काफी प्रभावित हो रहा है। उन्होंने बताया कि चीनी मांझी में धातु का इस्तेमाल होता है जिसकी वजह से बिजली आपूर्ति बाधित होती है। इतना ही नहीं लोगों की जान जाने का भी खतरा रहता है।
10 साल की सजा हो सकती है या बिना वारंट के गिरफ्तार
मेट्रो रेलवे अधिनियम 2002 के तहत मीठी संपत्ति को किसी तरह के नुकसान पहुंचाने पर 10 साल की सजा हो सकती है या बिना वारंट के गिरफ्तार भी किया जा सकता है। इतना ही नहीं इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने नवंबर 2015 में ही उत्तर प्रदेश में चीनी मांझी की बिक्री पर रोक लगा दी है।