दिल्ली मेरठ expressway से जोड़कर प्रयागराज तक बनाए जाने वाले गंगा एक्सप्रेसवे के लिए अब रोजाना रिपोर्ट CM को भेजनी होगी। इसकी शुरुआत भी 28 जुलाई से हो चुकी है। 36 महीनों में 593 किमी के गंगा एक्सप्रेसवे को तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है। मेरठ से बदायूं तक पहले चरण का कार्य आईआरबी इन्फ्रास्ट्रक्चर को मिला है।

 

  • इसके 129 किमी में मिट्टी की खोदाई और सफाई के लिए 98.100 किमी में कार्य पूरा हो चुका है।
  • अभी तक 75.64 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है।
  • अगले तीन चरणों का कार्य प्रयागराज तक अड़ानी ग्रुप को दिया गया है।
  • चार चरणों में मेरठ से बदायूं तक का कार्य सबसे आगे है।

हाल ही में लखनऊ में औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ने कुंभ तक गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण पूरा करने का दावा किया था। इसी को देखते हुए कार्य की रोजाना रिपोर्ट तैयार की जा रही है। मेरठ में नौ गांवों से गंगा एक्सप्रेसवे को निकाला जाना है। भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया भी लगभग अंतिम चरणों में पहुंच गई है। गंगा एक्सप्रेसवे पर 18 फ्लाईओवर और आठ रोड ओवरब्रिज बनाए जाएंगे। अभी तक 94 प्रतिशत से अधिक भूमि अधिग्रहित की जा चुकी है। इसके किनारे औद्योगिक क्लस्टर बनाए जाएंगे।

 

मेरठ में 47 सरकारी पेड़ काटे जाएंगे

वन विभाग के पास 47 सरकारी पेड़ के काटने की अनुमति मांगी गई है। इस पर प्रक्रिया की जा रही है। वहीं, नौ गांवों की जमीन अधिग्रहण के बाद अब पेड़ों को काटने की प्रक्रिया होगी। हालांकि, अभी तक ऑनलाइन अनुमति नहीं ली गई है।

 

 

28 जुलाई तक की रिपोर्ट- मिट्टी सफाई और खोदाई

  • द्वितीय चरण – बदायूं से हरदोई
  • कुल किमी – 151
  • अभी तक हुआ कार्य – 104
  • कुल प्रतिशत – 68.93

 

तृतीय चरण – हरदोई से उन्नाव

  • कुल किमी – 155
  • अभी तक हुआ कार्य – 78
  • कुल प्रतिशत – 50.44

 

चौथा चरण – उन्नाव से प्रयागराज

  • कुल किमी – 156
  • अभी तक हुआ कार्य – 55
  • कुल प्रतिशत – 35.12

Lov Singh

कुछ तो अभी भी कर रहा हूँ आप लोगो के लिये ख़ैर आप email पर लिख भेजिए मुझे lov@gulfhindi.com पर

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