ध्यान दे डीटीसी बसों में चढ़ रहे लोगो ।
दिल्ली सरकार द्वारा चलाई जा रही डीटीसी बसों में आजकल ढेर सारे लोग बगैर टिकट के चढ़ ट्रैवल कर रहे। इसकी देखरेख करने के लिए डीटीसी ने ढेर सारे जांच दस्त बनाए हैं । इन जांच दस्तों के पिछले जुलाई महीने में कुल 6072 लोग पकड़े हैें , जो बिना टिकट लिए ट्रैवल कर रहे थे। और वहीं बात करें जून की तो जून में 3386 लोग पकड़े बिना टिकट के ट्रैवल करते पकड़े गए। अगस्त में एक से 18 अगस्त तक टिकट न लेने पर 4916 लोगों का चालान किया गया है। डीटीसी बिना टिकट के सफर करने वालों से 200 रुपये का जुर्माना वसूलती है। डीटीसी ने जुलाई में जुर्माने से 12 लाख वसूले हैं।
डीटीसी ने इकट्ठा किया इतने जुर्माना ।
डीटीसी को जून के महीने में जुर्माने की 6.77 लाख रुपये की राशि मिली है। जुलाई में जुर्माना राशि 12 लाख रही थी। अगस्त में 18 तारीख तक बिना टिकट यात्रा करने वालों से 9.83 लाख रुपये का जुर्माना वसूला जा चुका है।
दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रही सवारियों की संख्या ।
जब से सरकार की तरफ से सवारियों को सभी सीटों पर बैठाने की परमिशन मिली , सवारियों की संख्या में दिन प्रतिदिन बढ़ोतरी होती जा रही । पिछले कुछ महीनों के आंकड़े देखें तो जुलाई में डीटीसी बसों में सबसे ज्यादा लोगों ने सफर किया था और जुलाई में राइडरशिप 2.25 करोड़ रही थी। डीटीसी अपनी बसों के लिए रोजाना डेढ़ सौ से ज्यादा चे¨कग स्टाफ को लगाती है। जुलाई में कुल 4453 चे¨कग स्टाफ को लगाया गया था। जुलाई में यह संख्या 3776 की थी। जहां बसों की राइडरशिप में बढ़ोतरी हुई है, वहीं डीटीसी की कमाई में भी इजाफा हुआ है।
परिस्थिति को देखते हुए सरकार ने बढ़ाया जुर्माना ।
सूत्रों की माने तो संशोधित मोटर वाहन कानून के तहत बिना टिकट सफर पर पहले जुर्माना 200 था जिससे बढ़ाकर 500 रुपये करने का प्रावधान किया गया है। हालांकि यह कम्पाउडिंग चालान की कैटिगरी में आता है और दिल्ली सरकार कम्पाउडिंग चालान पर लगने वाले जुर्माने को कम भी कर सकती है।
Increase the fine amount to minimum 100 times of the maximum route fare for any meaningful collection and to let passenger buy tickets.