लोक निर्माण विभाग मेट्रो स्टेशनों के बाहर विकास कार्य कराने के लिए मल्टी-मोडल इंटीग्रेशन हब (एमएमआइ) योजना के तहत काम कर रहा है। इसके तहत तीन और मेट्रो स्टेशनों राजेंद्र प्लेस, झंडेवालान व नागलाई के बाहर काम शुरू होगा। रैपिड ट्रैंज़िट को बढ़ावा देने के लिए इसमें बसों के अलावा आटो, ई-रिक्शा, e-Cycle समेत परिवहन के अन्य साधनों का बेहतर प्रबंध किया जाएगा। मेट्रो स्टेशनों से 300 मीटर के दायरे में सभी सार्वजनिक परिवहन की व्यवस्था को बेहतर बनाना है ।
Metro दिल्ली के लिए नयी सुविधाए
- इसके अलावा आसान आवाजाही के लिए साइकिल ट्रैक के लिए अलग लेन बनाई जाएगी।
- हर मेट्रो स्टेशन के बाहर इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग प्वाइंट भी स्थापित किए जाएंगे।
- फुटपाथों को कम से कम दो मीटर चौड़ा बनाया जाएगा
- फूटपाथ दिव्यांगों के अनुकूल बनाया जाएगा।
- बस, ऑटो, ई-रिक्शा मेट्रो स्टेशन के ठीक बाहर मिलेगा
- खुद ले जा सकेंगे अपना e-cycle
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दिल्ली के 10 स्टेशनों के बाहर होना है काम :
दिल्ली मेट्रो के 10 स्टेशनों के बाहर एमएमआइ योजना के तहत काम होना है। यह कार्य मेट्रो के सहयोग से किया जाएगा। जिन 10 स्टेशनों पर काम होना है उनमें
- जनकपुरी ईस्ट,
- उत्तम नगर वेस्ट,
- द्वारका मोड़,
- नेहरू प्लेस,
- नवादा,
- शाहदरा,
- शास्त्री पार्क,
- शास्त्री नगर,
- जहांगीरपुरी और
- करोलबाग मेट्रो स्टेशन शामिल हैं।
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इनकी अनुमानित लागत 24.28 करोड़ है। एमएमआइ के लिए पच्चीस और स्टेशनों की पहचान की गई है और वे अप्रूव्ल के विभिन्न चरणों में हैं। जिन राजेंद्र प्लेस, झंडेवालान व नागलाई मेट्रो स्टेशनों के लिए काम शुरू किए जाने की तैयारी है। इससे पहले पंचशील और आइआइटी मेट्रो स्टेशन के लिए 4.59 करोड़ की लागत से दिल्ली सरकार ने काम के लिए राशि की स्वीकृति दी है। इस पर भी लोक निर्माण विभाग डीएमआरसी के सहयोग से काम करेगा।