इन्हें मिलेगा लाभ
दिल्ली में मजदूरों के लिए दिल्ली सरकार की यह घोषणा lockdown के समय में काफ़ी लाभदायक साबित होगी। डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने यह साफ़ कर दिया है कि सिर्फ सिर पर ईट ढोने वाले मजदूर नहीं बल्कि फिटरमैन, लोहार, माली, शटरिंग मिस्त्री, राजमिस्त्री, मिस्त्री, मसाला बनाने वाले मजदूर, बेलदार, कुली, लेबर, चूना पोताई सफेदी वाले, पेंटर, टाइल्स एवं स्टोन फीटर, पीओपी मजदूर, बढ़ई, बिजली मिस्त्री, और लेबर, पंप आपरेटर, कंक्रीट मिक्सर, कारपेंटर,बार बाइंडर, क्रेन आपरेटर, चौकीदार, प्लंबर, आदि को भी इस योजना का लाभ मिलेगा।
यह होगी आवेदन की प्रक्रिया
इसके तहत मजदूरों को 2 हज़ार रुपये से लेकर दो लाख रुपये तक की मदद मिलेगी। उनके बच्चों को पढ़ाने और शादी के लिए पैसे दिए जाएंगे। सिसोदिया ने कहा कि अनुमानित दस लाख कंस्ट्रक्शन लेबर में से सिर्फ एक लाख ग्यारह हजार मजदूरों का ही रजिस्ट्रेशन हो पाया है। रजिस्ट्रेशन करने के लिए 1076 नंबर पर कॉल कर डोरस्टेप डिलेवरी टीम का सदस्य को घर ले आए। वो आपका फॉर्म भर देगा। आवेदन को ऑनलाइन स्वीकृति मिलने के बाद प्रमाणपत्र इंटरनेट से डाउनलोड करें। या नहीं तो 4 -5 दिन के भीतर प्रमाणपत्र आपके घर भेज दिया जाएगा।
इतना मिलता हैं पैसा.
- उन्होंने कहा कि पंजीकृत श्रमिकों को अपनी या बेटे बेटी की शादी के लिए 35000 से 51000 तक की राशि मिलती है।
- साथ ही, स्वास्थ्य के लिए 2000 से दस हजार तक और मातृत्व लाभ के तौर पर 30000 की राशि और
- साठ साल के बाद मासिक 3000 रुपये पेंशन का प्रावधान है।
- दुर्घटना में मृत्यु होने पर दो लाख रुपये, सामान्य मृत्यु होने पर 1,00,000 रुपये और
- अंतिम संस्कार के लिए 10,000 दस हजार रुपये व
- विकलांगता की स्थिति में एक लाख (100000) रुपये सहायता का प्रावधान है। साथ ही,
- श्रमिकों के बच्चों की शिक्षा के लिए 500 से 10,000 (दस हजार) रुपये तक मासिक छात्रवृति भी दी जाती है।
ऐसे मिलेगी मदद
अच्छी बात यह है कि आवेदन के लिए उन्हें लेबर डिपॉर्टमेंट के चक्कर भी नहीं काटने पड़ेंगे। शादी के लिए 35000 से 51000 रुपए, मातृत्व लाभ के तौर पर 30000, स्वास्थ्य के लिए 2000 से दस हजार तक, सामान्य मृत्यु पर एक लाख रूपये, अंतिम संस्कार हेतु दस हजार रूपये, दुर्घटना में मृत्यु होने पर दो लाख रूपये, शिक्षा के लिए 500 से दस हजार रूपये तक मासिक छात्रवृति और साठ साल के बाद मासिक तीन हजार रूपये पेंशन।