पिछले दिनों हुई बारिश ने देश की राजधानी को जलमग्न कर दिया था। मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली में रिकार्ड बारिश दर्ज की गई थी, जिसकी वजह से लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया था। सड़कों पर हुए जलभराव के कारण चार से पांच घंटे का जाम लगा था। यातायात पुलिस ने दिल्ली में तीन दिन के अंदर 100 से अधिक जलभराव के नए ठिकानों को चिन्हित किया है, जहां बारिश के दौरान पानी भर रहा है।

 

पुलिस अधिकारियों की मानें तो दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में रिकार्ड बारिश होने के कारण पुराने स्थानों के अलावा अब जलभराव के 113 नए ठिकाने बन गए हैं, जहां पानी सड़कों पर भर रहा है। इसके कारण यातायात धीमा हो जाता है और सड़कों पर वाहनों की कतार लंबी होती है। इस कारण जाम की स्थिति बन रही है। दिल्ली में चालकों को जलभराव होने के कारण एक से लेकर पांच घंटे तक सड़कों पर जाम के दौरान बिताना पड़ रहा है। पुलिस ने तीन दिन के अंदर चिन्हित किए गए सभी 113 स्थानों को नगर निगम, पीडब्ल्यूडी, सीपीडब्ल्यूडी समेत अन्य सिविक एजेंसियों को दिए हैं।

 

तीन दिन में ये बने हैं जाम के नए ठिकाने

यातायात पुलिस के आंकड़ों की मानें तो 31 अगस्त को हुई बारिश के दौरान जलभराव के लिए चिन्हित किए गए स्थानों में आरएमएल अस्पताल, निर्माण भवन के सामने, हयात होटल, महारानी बाग, आजाद मार्केट, आनंद पर्वत, शाहजहां रोड, मूलचंद अंडरपास, लाला लाजपत राय मार्केट बस अड्डा जंगपुरा, परशुराम चौक समेत 32 स्थानों पर पानी भरने से जाम लगा। वहीं, एक नवंबर को लाजपत नगर फ्लाईओवर, प्रहलादपुर पुल, मटका मस्जिद मथुरा रोड, केला घाट, रिंग रोड, आइटीओ मेन रोड, शांति पथ, मोतीबाग से रेल म्यूजियम, आइटीओ से तिलक मार्ग समेत 45 स्थानों पर जलभराव हुआ। दो नवंबर को जखीरा अंडरपास, रायसीना, पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन, खजूरी से ब्रजपुरी, टीकरी बार्डर, नारायणा फ्लाईओवर, एम्स अंडर फ्लाईओवर, नांगलोई पानी की टंकी, डीएलएफ, आइआइटी, डब्ल्यूएचओ, मुनिरका, एमजी रोड समेत 36 स्थानों पर जाम की स्थिति बनी।

 

ड्रेनेज नहीं चलने, निर्माण कार्य व नाला ओवरफ्लो होने से पहली बार हुआ जलभराव

पुलिस की मानें तो इन स्थानों पर पहले बारिश के दौरान हुए जलभराव के कारण जाम नहीं लगता था, लेकिन इस बार रिकार्ड बारिश होने के कारण अधिक मात्रा में पानी जमा हो जा रहा है। इसके पीछे के मुख्य कारणों में जल निगम के ड्रेनेज सिस्टम का सही तरीके से काम करना, नाले का ओवरफ्लो होना, सड़क का निर्माण कार्य होना, अंडरपास के निर्माण कार्य होना आदि प्रमुख कारण बने हैं, जिसके बाद में सिविक एजेंसियों को बताया गया है।

 

अधिकारियों के जवाब

राजधानी में रिकार्ड बारिश होने के कारण दिल्ली में 113 स्थानों पर पानी भर गया था। इस दौरान यातायात पुलिसकर्मियों ने वाहनों को जाम से निकलवाने के लिए रूट डायवर्जन समेत अन्य प्रमुख कार्य किए थे, वहीं अंडर पास को बंद करा दिया गया था।

– मुक्तेश चंद्र, विशेष पुलिस आयुक्त यातायात

 

निगम ने मानसून से पहले ही नालों की सफाई कर दी थी। रिहायशी इलाकों में कोई दिक्कत नहीं है। समस्या बड़ी सड़क पर होती है, जो दिल्ली सरकार के अधीन है।

– मुकेश सुर्यान, महापौर, दक्षिणी दिल्ली

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