आज होगी अर्नब की जमानत पर टली हुई सुनवाई…
पत्रकार अर्णब गोस्वामी की गिरफ्तारी के बाद कई पत्रकार और कई भाजपा नेता उनके समर्थन में आए हैं। अर्नब गोस्वामी को मुंबई हाईकोर्ट से कोई राहत नहीं मिली थी और उनकी सुनवाई तक के लिए टल गई है। अर्नब को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।
मुंबई पुलिस ने अर्नब के ऊपर लगे 2 साल पुराने सुसाइड केस में व्यक्ति को आत्महत्या के लिए उकसाने और उसका पैसा वापस न देने के लिए गिरफ्तार किया था।
दो साल पुराने केस के चलते किया गिरफ्तार..
अर्नब को इस तरह से सुबह उनके घर से गिरफ्तार करने की वजह से मुम्बई पुलिस और शिवसेना की काफी निंदा सोशल मीडिया पर की गई है तो वही कुछ लोगों ने उनका सर्मथन भी किया।
अर्नब के समर्थन में कई पत्रकारों और नेताओं ने ट्वीट किया और कहा कि ये प्रेस की आज़ादी छीनना है तो वहीं कुछ लोगों ने मुंबई पुलिस और शिवसेना के खिलाफ नारेबाजी भी की। हालाकि अर्नब को उनकी पत्रकारिता के चलते नहीं बल्कि उस दो साल पुराने केस की वजह से गिरफ्तार किया गया है।
जारी किया कारण बताओ नोटिस….
पुलिस लगातार अर्नब को अपनी हिरासत में लेने की मांग कर रही थी पर अर्नब को 14 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।
वही अर्नब को पत्र लिखने के मामले में महाराष्ट्र विधानसभा के सहायक सचिव को सुप्रीम कोर्ट द्वारा कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि ऐसा लगता है कि पत्र लिखने का मकसद याचिकाकर्ता को धमकी देना है।
अब ये तो जांच के बाद ही पता चलेगा कि अर्नब की गिरफ्तारी के पीछे कारण क्या है। ये प्रेस की स्वतंत्रता छीनना है या कुछ और।