पुणे के मेयर मुरलीधर मोहोल ने पाँच लोगों के मारे जाने की पुष्टि की है.

उन्होंने कहा, सीरम इंस्टीट्यूट की एक बिल्डिंग के आख़िरी फ़्लोर पर फंसे पाँच लोगों की मौत हो गई है. इस फ़्लोर पर कंस्ट्रक्शन का काम हो रहा था. हमलोग पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि आग कैसे लगी. आख़िरी फ़्लोर पूरी तरह जलकर ख़ाक हो गया है. आग पर क़ाबू पाने के बाद बिल्डिंग के मुआइने के दौरान पाँच लोगों के शव मिले. मरने वाले मज़दूर हो सकते हैं. बाक़ी सभी लोग सुरक्षित निकाल लिए गए है.

इससे पहले संबंधित अधिकारियों ने बीबीसी मराठी को बताया था कि इंस्टीट्यूट की इमारत की चौथी और पाँचवीं मंज़िल पर आग लगी है और वहाँ पर आग पर क़ाबू पाने के लिए 10 दमकल गाड़ियाँ गईं थीं.

सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ़ इंडिया ऑक्सफ़ोर्ड-एस्ट्राज़ेनेका की कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड तैयार कर रही है और दुनिया की सबसे बड़ी वैक्सीन बनाने वाली कंपनी है.

 

सिर्फ़ भारत ही नहीं कई और देश भी वैक्सीन के लिए इस कंपनी पर निर्भर हैं.

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा है, “छह लोगों को बचाया गया है. पहली नज़र में यह आग बिजली की किसी गड़बड़ी से लगी हुई लगती है. कोविड की वैक्सीन सुरक्षित है. मैंने अदार पूनावाला से अब तक बात नहीं की है.”

सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ़ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला ने ट्वीट कर कहा है, “हमें अभी-अभी कुछ हताशापूर्ण ख़बरें मिली हैं. हमें पता चला है कि इस हादसे में कुछ लोगों की मौत हुई है. हमें इसका गहरा दुख है और मारे गए लोगों के परिवार वालों के प्रति हमारी गहरी संवेदनाएँ हैं.”

इससे पहले उन्होंने ट्वीट किया था, “आप सभी का फ़िक्र करने और दुआओं के लिए धन्यवाद. अब तक की सबसे अहम बात यह है कि आग लगने से किसी की भी जान नहीं गई है और ना ही किसी कोई गंभीर रूप से घायल हुआ है. सिर्फ़ इमारत के कुछ फ्लोर पर नुक़सान हुए हैं.”

उन्होंने आगे ट्वीट किया, “मैं सभी सरकारों और लोगों को इस बात को लेकर आश्वस्त करना चाहता हूँ कि उत्पादन के लिए कई इमारतों के इस्तेमाल करने की वजह से कोविशील्ड के उत्पादन को किसी भी तरह का कोई नुक़सान नहीं पहुँचेगा. मैंने इस तरह की आकस्मिक घटनाओं से निपटने के लिए उन्हें रिज़र्व रखा हुआ है. पुणे पुलिस और फ़ायर डिपार्टमेंट को बहुत-बहुत धन्यवाद.”

पुणे के मेयर मुरलीधर मोहोल ने बताया है कि इस हादसे में कुल पांच लोगों की मौत हुई है और संभवत: ये लोग वहाँ निर्माणाधीन इमारत में काम कर रहे थे. उन्होंने कहा कि आग लगने की वजह अभी स्पष्ट नहीं है लेकिन आशंका है कि इमारत में चल रहे वेल्डिंग के काम की वजह से यह आग लगी है.

सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ़ इंडिया विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा समर्थित कोवैक्स स्कीम का हिस्सा है. इसका मक़सद मिडिल इनकम वाले देशों को वैक्सीन उपल्ब्ध करवाना है.

  • यह इंस्टीट्यूट पुणे के माजारी इलाक़े में स्थित है.
  • पुणे की डिप्टी पुलिस कमिशनर नम्रता पाटिल एम ने बताया है कि “प्लांट के टर्मिनल 1 गेट पर यह आग लगी है.”
  • “वो चारों तरफ़ धुँआ फैलने की वजह से राहत कार्य में बाधाओं का सामना कर रहे हैं.

 

हालांकि उन्होंने बताया है कि कोई जख्मी नहीं है और सभी को सुरक्षित बचा लिया गया है.

फ़ायर ब्रिगेड अफ़सर प्रशांत रानपीसे ने पहले बताया था, “आग लगने के बाद पूरी इमारत को ख़ाली करवा दिया गया है. लेकिन चार लोग उसमें फँसे रह गए थे जिसमें से तीन को बाहर निकाल लिया गया है.”

स्थानीय विधायक चेतन तुपे भी मौक़े पर पहुँच चुके थे और उन्होंने कहा था कि आग सेज़-3 इमारत में लगी है और वैक्सीन बनाने का काम इस इमारत में नहीं किया जा रहा है.


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