दिल्ली-एनसीआर में ठंड में बरकरार है। पिछले एक सप्ताह की तुलना में रविवार को कम ठंड रही, लेकिन लोगों की सुबह की शुरुआत ठंड और धुंध के साथ हुई। मौसम विभाग के मुताबिक, दिन चढ़ने के साथ वायु प्रदूषण में इजाफा हो सकता है, लेकिन आसमान साफ रहेगा।
वहीं, पिछले दिनों न्यूनतम 10 डिग्री सेल्सियस तक चला गया पारा बढ़ता नजर आ रहा है, लेकिन मौसम विज्ञानियों की मानें तो इसे राहत के तौर पर नहीं देखा सकता है। माना जा रहा है कि इस बार दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे उत्तर भारत में नवंबर से पहले ही दस्तक देने वाली ठंड लोगों को परेशान कर सकती है। दरअसल, पिछले साल दिसंबर महीने में ठंड ने 119 साल का रिकॉर्ड तोड़ा था तो इस साल शीत लहर जल्द आने का रिकॉर्ड तोड़ सकती है।
दीपावली से पहले दिल्ली-एनसीआर में चल सकती है शीत लहर
जिस तरह से दिल्ली-एनसीआर में ठंड ने असर दिखाना शुरू कर दिया है, उससे लगता है कि आने वाले दिनों में दिल्ली-एनसीआर में शीत लहर चल सकती है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक, अगले एक सप्ताह के भीतर न्यूनतम और अधिकतम दोनों ही तापमान में लगातार गिरावट आने से दिल्ली के साथ एनसीआर के दर्जनभर शहरों में शीत लहर चलनी शुरू हो सकती है।
दिल्ली पर ट्रिपल अटैक का खतरा
आने वाले दिनों में दिल्ली के साथ एनसीआर के शहरों पर भी ट्रिपल अटैक का खतरा मंडरा रहा है। कोरोना वायरस संक्रमण के साथ वायु प्रदूषण और ठंड का ट्रिपल अटैक दिल्ली-एनसीआर के लाखों लोगों को परेशान कर सकता है। ऐसे में लोगों तीनों से जंग लड़नी पड़ेगी। इसमें वायु प्रदूषण और कोरोना वायरस संक्रमण जानलेवा साबित हो सकते हैं।
इस बार सर्दी ने दी जल्द दस्तक
पिछले कई सालों की बात करें तो ठंड ने इस साल जल्द दस्तक दी है। नवंबर महीने के अंत तक दस्तक देने वाली ठंड ने इस बार अक्टूबर के अंत तक आ गई। यही वजह थी कि भारत मौसम विज्ञान विभाग अपने बयान में कहा था कि दिल्ली में 1962 के बाद पहली बार इस साल अक्टूबर सबसे ठंडा महीना रहा है। IMD के मुताबिक, वर्ष 2020 में दिल्ली में अक्टूबर में औसत न्यूनतम तापमान 17.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था जो 1962 के बाद सबसे कम था। बता दें कि 1962 में अक्टूबर का तापमान 16.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ था।