- इंडियन रेलवे ने लंबी वेटिंग लिस्ट से परेशान यात्रियों की समस्या का समाधान करने का फैसला किया है।
कोरोना काल में अपने घरों से लौट रहे लोगों को अब वेटिंग टिकट होने पर भी सीट मिल सकेगी। इंडियन रेलवे ने लंबी वेटिंग लिस्ट से परेशान यात्रियों की समस्या का समाधान करने का फैसला किया है। इस फैसले से एक से डेढ़ महीने की चल रही वेटिंग लिस्ट से लोगों को निजात मिल जाएगी और यात्री आराम से कंफर्म बर्थ पर यात्रा कर पाएंगे। इसके लिए इंडियन रेलवे क्लोन ट्रेन चलाने जा रही है।
रेलवे बोर्ड के चेयरमैन वी.के यादव ने 12 सितंबर से चलने वाली 80 नई स्पेशल ट्रेनों की घोषणा के साथ ही क्लोन ट्रेनों को चलाने का भी ऐलान किया है। यादव ने कहा कि रेलवे वर्तमान में चल रही सभी ट्रेनों की निगरानी करेगा और इस बात का पता लगाएंगे कि किन ट्रेनों में वेटिंग लिस्ट ज्यादा लंबी है।
रेलवे बोर्ड के चेयरमैन यादव ने कहा, ‘स्पेशल ट्रेन के लिए जब भी जरूरत होगी, जहां भी वेटिंग लिस्ट लंबी होगी, हम मूल ट्रेन के बाद उसी तरह की एक और (क्लोन) ट्रेन चलाएंगे ताकि यात्री उसमें यात्रा कर सकें।’ ऐसे में वेटिंग लिस्ट वाले यात्रियों के लिए यात्रा करना आसान हो जाएगा।
क्या है क्लोन ट्रेन?
क्लोन ट्रेन (Clone Train Scheme) को उदाहरण के तौर पर समझें तो बिहार से दिल्ली आने वाली संपर्क क्रांति एक्सप्रेस में अगर ज्यादा वेटिंग लिस्ट होती है तो रेलवे उसके प्रस्थान करने के एक घंटे या कुछ देर बाद उसी नंबर की एक और ट्रेन दिल्ली के लिए चलाएगा, जिसमें बिहार संपर्क क्रांति के वेटिंग लिस्ट टिकट वाले यात्रियों को यात्रा का मौका मिलेगा।
ये ट्रेन बिलकुल बिहार संपर्क क्रांति के नंबर की होगी और उसी प्लेटफॉर्म व रूट से दिल्ली भी पहुंचेगी। ऐसे में लोगों को अपने गंतव्य स्थान तक पहुंचने में किसी प्रकार की दिक्कत नहीं होगी. रेलवे ने इसे क्लोन ट्रेन नाम दिया है. ये ट्रेनें ज्यादा डिमांड वाले रूट पर वेटिंग लिस्ट के आधार पर चलाई जाएंगी।
- रेलवे बोर्ड के चेयरमैन वी.के यादव ने 12 सितंबर से चलने वाली 80 नई स्पेशल ट्रेनों की घोषणा के साथ ही क्लोन ट्रेनों को चलाने का भी ऐलान किया है।
बता दें कि रेलवे (Indian Railways) ने हाल ही में 230 स्पेशल ट्रेनों के अलावा 80 और स्पेशल ट्रेनों को चलाने का ऐलान किया है. इन 80 स्पेशल ट्रेनों के लिए गुरुवार से रिजर्वेशन शुरू होगा। यादव ने कहा, ’80 नई विशेष ट्रेनें या 40 जोड़ी ट्रेनें 12 सितंबर से शुरू होंगी. इसके लिए आरक्षण 10 सितंबर से आरंभ होगा। ये ट्रेनें पहले से ही चल रही 230 ट्रेनों के अतिरिक्त होंगी।’
यादव ने कहा कि 80 नई ट्रेनों पर फैसला करने में इस तथ्य को भी ध्यान में रखा गया कि कई स्टेशन हैं जहां से प्रवासी कामगार अपने कार्यस्थल पर वापस जा रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘हम मांग के हिसाब से और ट्रेनें चलाएंगे। संचालित हो रही 230 ट्रेनों में से 12 में यात्रियों की संख्या कम है. हम उन्हें चला रहे हैं लेकिन डिब्बों की संख्या घटाएंगे।’
यादव ने कहा कि रेलवे नई ट्रेनें शुरू करने को लेकर राज्य सरकारों के साथ तालमेल कर रहा है। परीक्षा के दौरान ट्रेनों के संचालन के बारे में एक सवाल पर यादव ने कहा, ‘परीक्षा या अन्य किसी भी उद्देश्य के लिए राज्यों से अनुरोध मिलने पर रेलवे ट्रेनों का परिचालन करेगा।’