नोएडा की लाडली का जलवा: 16 की उम्र में भारत की महिला विश्वकप में वापसी कराई
दिल्ली-NCR के ग्रेटर नोएडा की पार्श्वी चोपड़ा (Parshavi Chopra) ने 16 साल की उम्र में ही एक बड़ा कारनामा कर दिखाया। उन्होंने ने श्रीलंका के खिलाफ खेले गए महत्वपूर्ण मैच में शानदार प्रदर्शन कर भारत की विश्वकप में वापसी कराई हैं।
16 साल की उम्र में 11 विकेट चटकाए
12 साल की उम्र में गेंद पकड़ने वाली पार्श्वी ने 16 साल की उम्र में ही महिला अंडर-19 टी-20 विश्वकप (women U19 T20 World Cup) में भारत को चैंपियन बनाने में अहम भूमिका निभाई है। इस मैच में पार्श्वी ने 4 विकेट चटकाए। फाइनल और सेमीफाइनल समेत आखिरी तीन महत्वपूर्ण मैचों में पार्श्वी ने शानदार गेंदबाजी की और विश्वकप के छह मैचों में 11 विकेट चटकाए।
भारत के विश्व चैंपियन बनने पर रविवार को परिजन काफी खुश हुए और एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर जश्न मनाया और सोसायटी के लोगों ने भी पार्श्वी के परिजनों को बधाई दी। हालांकि, प्लेयर ऑफ द सीरीज का खिताब नहीं मिलने से उन्हें थोड़ी मायूसी हुई।
खुशी में तोड़ दी घर में रखी मेज
पार्श्वी चोपड़ा दिल्ली-NCR के ग्रेटर नोएडा की की प्लुमेरिया गार्डन एस्टेट सोसायटी में रहती हैं।पार्श्वी के पिता गौरव चोपड़ा ने बताया कि घर पर करीब 50 लोगों ने एक साथ बैठकर मैच देखा। खुशी में गलती से लोगों से घर में रखी मेज़ भी तोड़ दी।
विश्वकप में पार्श्वी के प्रदर्शन पर एक नजर
मैच बनाम गेंदबाजी
पहला- दक्षिण अफ्रीका 4-0-15-1
दूसरा- यूएई 4-0-13-1
तीसरा- बंग्लादेश नहीं खेली
चौथा- ऑस्ट्रेलिया 2-0-11-0 (सुपर-6 मैच)
पांचवां- श्रीलंका 4-1-5-4 (सुपर-6 मैच)
छठा- न्यूजीलैंड 4-1-20-3 (सेमीफाइनल)
सातवां- इंग्लैंड 4-0-13-2 (फाइनल)