ड्राइविंग लाइसेंस के लिए ऑटोमेटेड ट्रैक पर टेस्ट में फेल हो रहे आवेदकों की परेशानी कम करने की दिल्ली परिवहन विभाग ने योजना बनाई है। इसके लिए अब परमानेंट लाइसेंस के आवेदन के समय ही आवेदक को उस वीडियो का लिंक दिया जाएगा, जिससे उन्हें पता चल सकेगा कि ट्रैक पर टेस्ट किस तरह देना है। इससे उन्हें टेस्ट की बारीकियों के बारे में भी जानकारी मिल जाएगी। वहीं, टेस्ट में आवेदक ने कहां गलती की है, इसका वीडियो बाद में दिया जाएगा। इससे आवेदक को गलती में सुधार करने का मौका मिलेगा। इस सुविधा के लिए साफ्टवेयर में बदलाव किया जा रहा है।
दिल्ली में ड्राइविंग लाइसेंस के लिए ऑटोमेटेड ट्रैक पर टेस्ट देने की सुविधा शुरू होने के बाद से फेल होने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। दिल्ली की 13 में से 10 अथॉरिटी में ऑटोमेटेड ट्रैक पर टेस्ट हो रहे हैं, जबकि तीन में अभी यह सुविधा नहीं है। इसमें से द्वारका अथॉरिटी में यह सुविधा अगले सप्ताह से शुरू होने जा रही है। लाडो सराय में एक माह बाद शुरू हो जाएगी, जबकि जनकपुरी में कुछ समय लग सकता है। हालांकि जनकपुरी को नजदीक की किसी दूसरी अथारिटी से जोड़ने की तैयारी चल रही है।
परिवहन विभाग के विशेष आयुक्त के के दहिया कहते हैं कि 30 अप्रैल के बाद दिल्ली में कहीं भी टेस्ट मैनुअल नहीं होगा। टेस्ट के नियमों में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा, लेकिन आवेदक की परेशानी को दूर करने का पूरा प्रयास किया जा रहा है।
रविवार को ड्राइविंग लाइसेंस के लिए तीन सौ से ज्यादा लोगों ने दिया टेस्ट
दिल्ली परिवहन कार्यालय (अथॉरिटी) में रविवार से शुरू हुए ड्राइविंग लाइसेंस टेस्ट में पहले दिन तीन सौ से ज्यादा आवेदकों ने हिस्सा लिया। रविवार को टेस्ट देने के लिए 413 लोगों ने समय लिया था। इसमें से 311 लोग ही टेस्ट देने पहुंचे। दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने ट्वीट कर बताया कि दिल्ली सरकार ने जनहित में परिवहन विभाग के सभी कार्यालयों में ड्राइविंग टेस्ट की सुविधा शुरू की है। यह सुविधा प्रत्येक रविवार को मिलेगी। उन्होंने बताया कि पहले दिन सभी कार्यालयों में कुल 311 लोगों ने टेस्ट दिया। ड्राइविंग लाइसेंस के लिए लोगों को काफी दिनों तक इंतजार करना पड़ रहा था। इसके बाद यह निर्णय लिया गया।