अगर आप अपने ज्यादा बिजली के बिल से परेशान हैं तो ये खबर आपके लिए है. अब जल्द ही आपके घर बिजली का बिल नहीं आएगा और इसका आगाज हो भी चुका है. केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आर के सिंह ने दिल्ली एनडीएमसी एरिया में स्मार्ट मीटर लॉन्च कर दिया है. वहीं दिल्ली के उप राज्यपाल अनिल बैजल ने स्मार्ट मीटर मोबाइल ऐप को लॉन्च किया.
सरकार के मुताबिक, स्मार्ट मीटर गरीबों के हित में है क्योंकि ग्राहकों को पूरे महीने का बिल एक बार में देने की जरूरत नहीं होगी. इसके बजाए वे अपनी जरूरतों के अनुसार बिल का भुगतान कर सकते हैं. इतना ही नहीं बड़े पैमाने पर स्मार्ट प्रीपेड मीटर के विनिर्माण से युवाओं के लिए रोजगार भी पैदा होंगे.
बिजली मंत्रालय ने ये भी फैसला किया है कि अगले तीन सालों में वो देशभर में बिजली के सभी मीटरों को स्मार्ट प्रीपेड में बदलेगी. बिजली मंत्रालय के इस फैसले का मकसद बिजली के ट्रांसमिशन व डिस्ट्रीब्यूशन में होने वाले नुकसान में कमी लाना है. साथ ही इससे वितरण कंपनियों की स्थिति बेहतर होगी और ऊर्जा संरक्षण को प्रोत्साहन मिलेगा. कागजी बिल की व्यवस्था खत्म होने के साथ बिल भुगतान में भी आसानी होगी.
स्मार्ट मीटर ऐसे करेगा काम
सभी स्मार्ट मीटर को बिजली निगम में बने कंट्रोल रूम से जोड़ा जाएगा. कर्मचारी स्काडा सॉफ्टवेयर के जरिए कंट्रोल रूम से ही मीटर रीडिंग नोट कर सकेंगे. इसके साथ ही अगर कोई मीटर के साथ छेड़छाड़ करता है तो उसका संकेत कंट्रोल रूम में मिलेगा. अगर कोई उपभोक्ता समय पर बिजली बिल नहीं भरता, तो कंट्रोल रूम से ही उसका मीटर कनेक्शन भी काटा जा सकेगा. इसके लिए उपभोक्ताओं के घर के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे.