वैसे तो आप IAS सृष्टि देशमुख को जानते ही होंगे। उन्होंने भोपाल से केमिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर यूपीएससी की तैयारी करने में लग गई थी और यूपीएससी परीक्षा में आपने पांचवा स्थान हासिल किया। और महिलाओं में पहला स्थान प्राप्त किया। यूपीएससी लिखित परीक्षा में देशमुख ने 895 नंबर तथा इंटरव्यू में 173 मार्क्स प्राप्त किए थे। इस तरह से यूपीएससी में देशमुख ने 1068 मार्क्स प्राप्त किए चूकि प्रत्येक प्रतियोगी का सपना होता है पहले ही प्रयास में यूपीएससी पास की जाए और इंटरव्यू में किस तरीके के सवाल पूछे जाते हैं तो आइए जानते हैं।
- सबसे पहले यह प्रश्न किया गया था आप केवल 23 साल की हैं और क्या आपको नहीं लगता सिविल सर्विसेज के लिए अभी आपकी उम्र बहुत कम है और अभी देश के लिए आपकी नॉलेज भी कम है। ऐसे में आपको एक्सपीरियंस की आवश्यकता है।
- दूसरा सवाल सीडी देशमुख के संबंध में पूछा गया था – जिसमें उन्होंने बताया वह सिविल सर्विसेज में सिलेक्ट होने वाले प्रथम भारतीय थे। वह 1943 में भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर चुने गए थे। इसके पश्चात नानाजी देशमुख के संबंध में भी पूछा गया, जवाब था नानाजी देशमुख भारत देश के महान व्यक्तियों में एक थे और नाना जी को खास कर एक सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में लोग जानते हैं।
- तीसरा सवाल 3 शख्सियतों के बारे में पूछा गया जिन्हें 1 वर्ष भारत रत्न में सम्मानित किया गया है। तो जवाब था था इस वर्ष पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी, भूपेन हजारिका तथा नानाजी देशमुख को भारत रत्न से सम्मानित किया गया है।
- सबसे कठिन सवाल सृष्टि से यह पूछा गया मान लीजिए आप एक सिविल सर्विसेज की अधिकारी बन चुकी हैं और अपनी ईमानदारी के लिए जानीे जा रही हैं। ऐसी स्थिति में आपके परिवार का 1 सदस्य जो आपके इन्तेहाई करीब है, और वह आपकी पोस्ट का लाभ उठाकर पैसे कमाने की कोशिश कर रहा है तो आप उस स्थिति में क्या करेंगी। सृष्टि का जवाब था – ऐसी स्थिति में मैं अपने परिवार के सदस्य से बात करूंगी। परंतु अगर वह नहीं मानता है तो और मेरे नाम का अपने काम के लिए लाभ उठाया तो मैं उनके खिलाफ एक्शन लूंगी।
- पांचवा सवाल रुचि योगा तथा मेडिटेशन के सम्बन्ध में था उनसे यह भी प्रश्न किया गया के विपस्सना में मेडिटेशन क्या है। साथ ही उनसे यह कहा गया व्यापम क्या है ?और वह क्यों खबरों में बना रहा। तो
जवाब था मध्य प्रदेश प्रोफेशनल परीक्षा बोर्ड तथा एमपी व्यवसायिक परीक्षा मंडल है, जिसे व्यापन कहा जाता है। इनमें नकल और फर्जीवाड़े के लिए वह खबरों में चर्चा में रहता है।