DMRC शुरू करने जा रहा हैं नया सेवा
मेट्रो में सफर करने वाले यात्रियों को लास्ट माइल कनेक्टिविटी की बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने के लिए डीएमआरसी (दिल्ली मेट्रो रेल निगम) ने पुरानी सीएनजी फीडर बसों को अब दोबारा सड़क पर उतरने की तैयारी की है। इसके तहत कोरोना का संक्रमण शुरू होने के बाद करीब ढ़ाई साल से डिपो में खड़ी 122 पुरानी सीएनजी फीडर बसों का चरणबद्ध तरीके से परिचालन शुरू किया जाएगा। शुरुआत में 40 पुरानी फीडर बसों का परिचालन शुरू करने के लिए डीएमआरसी ने निजी आपरेटर की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू की है।
अभी चल रही हैं केवल 56 AC बस
इसलिए जल्द ही इन फीडर बसों का परिचालन दोबारा शुरू होगा।कोरोना से पहले इन फीडर बसों का परिचालन निजी एजेंसी ही करती थीं। मार्च 2020 में कोरोना का संक्रमण शुरू होने के कारण लाकडाउन लगने पर इन फीडर बसों का परिचालन बंद कर दिया गया था। तब से अभी तक इन फीडर बसों का दोबारा परिचालन शुरू नहीं हो सका है। मौजूदा समय में लास्ट माइल कनेक्टिविटी के लिए डीएमआरसी नौ मेट्रो स्टेशनों से 56 एसी इलेक्ट्रिक फीडर बसों का परिचालन कर रहा है, जो पर्याप्त नहीं है।
दिल्ली में 11 रूट होंगे फिर से फ़ीडर सेवा के लिए चालू.
इस वजह से यात्रियों को मेट्रो स्टेशन पर उतरने के बाद अपने गंतव्य तक पहुंचने में परेशानी का सामना करना पड़ता है। जबकि गोविंदपुरी फीडर बस डिपो में 81 पुरानी फीडर बसें व यमुना बैंक डिपो में 41 पुरानी फीडर बसें ठप पड़ी हैं। जिसमें से गोविंदपुरी डिपो की 40 फीडर बसों का परिचालन पहले शुरू किया जाएगा। ये बसें आठ साल पुरानी हैं, जो दक्षिणी दिल्ली के 11 रूटों पर रफ्तार भरेंगी। इसके परिचालन व रखरखाव के लिए डीएमआरसी ने निजी आपरेटरों से आवेदन मांगे हैं। इसके बाद अन्य पुरानी फीडर बसों का परिचालन शुरू किया जाएगा।
अगले महीने से शुरू हो जाएगा 44 नया फ़ीडर बस
डीएमआरसी का कहना है कि लास्ट माइल कनेक्टिविटी के लिए मौजूदा समय में 56 इलेक्ट्रिक फीडर बसों के अलावा विभिन्न स्टेशनों से ई-रिक्शा, ई-स्कूटर, शेयरिंग साइकिल इत्यादि की सुविधा उपलब्ध है। इसके अलावा 44 नई इलेक्ट्रिक फीडर बसों का अगले माह परिचालन शुरू हो जाएगा। तक फीडर बसों के नेटवर्क में 100 इलेक्ट्रिक फीडर बसें शामिल हो जाएगीं। पुरानी सीएनजी फीडर बसों का परिचालन शुरू होने पर कुल 222 फीडर बसें उपलब्ध जाएंगी।