दिल्ली की परिवहन व्यवस्था को प्रभावी बनाने की दिशा में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का अथक प्रयास रंग लाया है। दिल्ली सरकार ने डीटीसी के बेड़े में 1000 लो फ्लोर एसी बसें खरीदने का आदेश शुक्रवार को दे दिया। डीटीसी के बेड़े में 12 साल के बाद नई बसें जुड़ने जा रही हैं। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि सभी बसें 20 सितंबर तक सड़क पर आ जाएंगी। इन्हें मिलाकर डीटीसी के बेड़े में अब कुल बसों की संख्या अभी तक के उच्चतम स्तर 7693 पर पहुंच जाएगी।
दिल्ली सरकार विश्व स्तर की सार्वजनिक परिवहन प्रणाली बनाकर दिल्ली को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री ने दिल्लीवासियों को बधाई देते हुए ट्वीट किया कि 12 साल के इंतजार के बाद डीटीसी द्वारा 1000 लो फ्लोर एसी सीएनजी बसों को शामिल करने के आदेश दिए गए हैं। इन 1000 बसों के साथ डीटीसी का बेड़ा 4760 तक बढ़ जाएगा। पिछले वर्षों में खरीद से जुड़ी कई बाधाओं के बावजूद हमारी सरकार फैसले पर कायम रही और खरीद का आदेश दिया गया।
इससे पहले 2011 में बसें डीटीसी के बेड़े में शामिल हुईं थी। पिछली बार 2008 में डीटीसी बस खरीदने के आदेश दिए गए थे। वर्तमान में 3760 बसें सड़क पर चल रही हैं। अभी 6693 कुल बसें हैं इनमें से 3760 डीटीसी और 2933 क्लस्टर बसें हैं। डीटीसी के बेड़े में शामिल होने वाली 1 हजार बसों में से 700 बसें जेबीएम कंपनी से खरीदी जाएंगी। जबकि 300 बसें खरीदने का आदेश टाटा कंपनी को दिया गया है। दोनों कंपनियों को बसें खरीदने का आदेश बिड के आधार पर दिया गया है। 15 जनवरी को आदेश देने के बाद 16 सप्ताह के भीतर 80 बसें डीटीसी के बेडे में शामिल हो जाएंगी, जबकि 24 सप्ताह के भीतर 660 बसें डीटीसी में शामिल होंगी।
पिछले 2 साल में दिल्ली के परिवहन बेड़े में शामिल हुईं 1681 बसें
पिछले 2 वर्षों में दिल्ली के बस बेड़े में 1681 नई बसें शामिल हुईं हैं। ये बसें बीएस-6 मानक पर आधारित हैं। ये एसी (वातानुकूलित) बसें रियल-टाइम यात्री सूचना प्रणाली, सीसीटीवी, पैनिक बटन, जीपीएस और अन्य सुविधाओं से लैस होंगी। इन बसों में शारीरिक रूप से दिव्यांग लोगों के लिए भी उचित सुविधा उपलब्ध होंगी।