मेट्रो कारिडोर के निर्माण का फेज-4 चल रहा है। इस फेज के लिए DMRC ने एक बहुराष्ट्रीय कंपनी से हाथ मिलाया है। निर्माणाधीन तीन मेट्रो कारिडोर के लिए दिल्ली मेट्रो रेल निगम (DMRC) ने करीब 2667 करोड़ की लागत से स्वचालित मेट्रो ट्रेनें खरीदने का फैसला किया है। इन मेट्रों ट्रेनों को बिना चालक के ऑपरेट किया जा सकेगा। हर ट्रेन में छह कोच होंगे।

इसके लिए डीएमआरसी ने एल्सटाम ट्रांसपोर्ट इंडिया लिमिटेड से समझौता किया है। दिल्ली मेट्रो के प्रबंध निदेशक विकास कुमार की मौजूदगी में डीएमआरसी और निजी क्षेत्र की बहुराष्ट्रीय कंपनी के अधिकारियों ने समझौते पर हस्ताक्षर किया।

65.20 किलोमीटर पर बिछ रहा मेट्रो का जाल

फेज चार में जनकपुरी पश्चिम-आरके आश्रम, मजलिस पार्क-मौजपुर और तुगलकाबाद-एरोसिटी मेट्रो कारिडोर का निर्माण चल रहा है। इसकी कुल लंबाई 65.20 किलोमीटर होगी। इन तीनों कारिडोर पर 46 मेट्रो स्टेशन होंगे। इन तीनों कारिडोर का निर्माण सितंबर 2025 में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इन तीनों कारिडोर के निर्माण के साथ-साथ मेट्रो ट्रेनों की खरीद की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।

डीएमआरसी द्वारा समझौता किए जाने के बाद अब फेज चार के लिए मेट्रो ट्रेनों को तैयार करने काम भी शुरू हो जाएगा। डीएमआरसी का कहना है कि दिल्ली एनसीआर के लोगों को परिवहन की अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराने की कोशिश की जा रही है। इसलिए यह सभी ट्रेनें चालक रहित होंगी। केंद्र सरकार के मेक इन इंडिया पहल के तहत नई ट्रेनें चेन्नई के नजदीक श्री सिटी में ही तैयार होंगी।

मजेंटा व पिंक लाइन पर इस्तेमाल होंगे 234 कोच

निर्माणाधीन जनकपुरी पश्चिम-आरके आश्रम कारिडोर वर्तमान मजेंटा लाइन और मजलिस पार्क-मौजपुर कारिडोर पिंक लाइन की विस्तार परियोजना है। इन दोनों कारिडोर पर 39 ट्रेनें चलेंगी। इसलिए मजेंटा व पिंक लाइन के दोनों कारिडोर पर कुल 234 कोच इस्तेमाल किए जाएंगे। इसके तहत मजेंटा लाइन पर 24 ट्रेनें व पिंक लाइन पर 15 नई ट्रेनों का परिचालन होगा। इसलिए मजेंटा व पिंक लाइन पर क्रमश: 144 और 90 कोच इस्तेमाल होंगे। वहीं तुगलकाबाद से एरोसिटी के बीच सिल्वर लाइन पर 13 मेट्रो ट्रेनों का परिचालन होगा। जिसमें 78 कोच इस्तेमाल होंगे।

सबसे पहले मजेंटा लाइन पर शुरू हुई थी चालक रहित मेट्रो का परिचालन

मौजूदा समय में दिल्ली एनसीआर में मेट्रो का कुल नेटवर्क 391 किलोमीटर व 286 स्टेशन हैं। जिसमें नोएडा-ग्रेटर नोएडा कारिडोर और गुरुग्राम का रैपिड मेट्रो कारिडोर शामिल है। दिल्ली मेट्रो के बेड़े में अभी चार, छह और आठ कोच की कुल 350 ट्रेनें हैं। फेज चार की मेट्रो ट्रेनें आने के बाद 400 से अधिक मेट्रो ट्रेनें उपलब्ध हो जाएंगी। दिल्ली में सबसे पहले मजेंटा लाइन पर दिसंबर 2020 में चालक रहित स्वचालित मेट्रो का परिचालन शुरू हुआ था। इसके बाद पिंक लाइन यह सुविधा शुरू की गई थी।

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