चीन को देश की सेना और सुरक्षा मामलों से संबंधित अहम व संवेदनशील जानकारी व दस्तावेज देने के लिए दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने स्वतंत्र पत्रकार राजीव शर्मा, चीनी महिला किंग शी और उसके नेपाली साथी शेर सिंह उर्फ राज बोहरा को गिरफ्तार किया है।
स्पेशल ने राजीव शर्मा को चीन को संवेदनशील दस्तावेज सौंपने के आरोप में गिरफ्तार किया है। जो चीनी महिला और नेपाली युवक गिरफ्तार हुए हैं वह दस्तावेज के बदले राजीव को फर्जी(शेल) कंपनियों के जरिए मोटी रकम मुहैया कराते हैं।
अधिकारियों का दावा है कि राजीव ने कुछ समय पहले ही चीन को सेना के कुछ बेहद महत्वपूर्ण दस्तावेज उपलब्ध कराए हैं जिसके बदले उसके अकाउंट में लाखों की रकम भी आई है।
सिर्फ यही नहीं राजीव के पास से बड़ी संख्या में मोबाइल फोन, कई लैपटॉप और अन्य महत्वपूर्ण और संवेदनशील वस्तुएं बरामद हुई हैं। इन सबका प्रयोग वह चीन से संपर्क करने, उन्हें दस्तावेज व सूचनाएं पहुंचाने के लिए करता था।
स्पेशल सेल के डीसीपी संजीव कुमार यादव ने ये भी बताया कि राजीव शर्मा ने चीनी खुफिया विभाग को 2016 से 2018 के बीच में रक्षा और रणनीति से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां दीं। वह चीनी खुफिया अधिकारियों से अलग-अलग देशों के अलग अलग ठिकानों पर मिलता था।
14 सितंबर को हुए गिरफ्तार
अधिकारियों ने दावा किया है कि पत्रकार के कब्जे से सेना से संबंधित कुछ दस्तावेज बरामद किए हैं। फिलहाल वह छह दिन की रिमांड पर है। पूछताछ में पता चला है कि आरोपी पत्रकार चीन के लिए जासूसी कर रहा था।
स्पेशल सेल के डीसीपी संजीव कुमार यादव ने बताया कि राजधानी के पीतमपुरा निवासी राजीव शर्मा कई अखबारों में काम कर चुका है। उसे गत 14 सितंबर को गिरफ्तार किया था और अगले दिन कोर्ट में पेश कर छह दिन के रिमांड पर लिया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस मामले में एक और पत्रकार से पूछताछ चल रही है।
पुलिस सूत्रों ने दावा किया है कि राजीव शर्मा चीन के लिए जासूसी कर रहा था। उसके कब्जे से जो कागजात मिले हैं, वह उस देश को देने वाला था। इस बात के भी सबूत मिले हैं कि आरोपी पहले कुछ दस्तावेज दे चुका है और इसकी एवज में मोटे पैसे लिए हैं। बताया जा रहा है कि पत्रकार के खिलाफ विदेश मंत्रालय को भी शिकायत मिली थी, जिसकी जांच की जा रही है।