Delhi will have an elevated corridor with supermarkets on the side starting from signature bridge to DND and including some part of ITO. Find the complete report by @DBREAKINGS team in Hindi.
दिल्ली में एक ऐसा एलिवेटेड कॉरिडोर बनाने की कवायद की जा रही है, जहां वाहन फर्राटा तो भरेंगे साथ ही बाजार भी लगेंगे और लोग खरीदारी भी कर सकेंगे। यहां पिकनिक स्थल भी होगा। यह सुविधा सिग्नेचर ब्रिज से डीएनडी तक एलिवेटेड कॉरिडोर परियोजना के आइटीओ क्षेत्र के हिस्से में होगी। इस कॉरिडाेर का अइटीओ क्षेत्र के आसपास करीब 6 किलोमीटर भाग में कॉरिडोर डबल डेकर होगा। इस भाग में ऊपर के भाग में वाहन दौड़ेंगे और नीचे के भाग में बाजार लगेंगे। यह कॉरिडोर यमुना के नजदीक से गुजरेगा। जहां लोग यमुना का भी दीदार कर सकेंगे। उम्मीद की जा रही है कि इसके बनने तक यमुना का पानी भी स्वच्छ हो चुका होगा।
दिल्ली की नवगठित सरकार ने गत मार्च में रिंग रोड पर वाहन चालकों को बड़ी राहत देने के लिए अस्तित्व में लाई गई इस सिग्नेचर ब्रिज से डीएनडी तक एलिवेटेड कॉरिडोर योजना को आगे बढ़ाने के लिए की मंजूरी दे दी थी। दिल्ली सरकार ने इसके लिए 10 करोड़ रुपये की राशि देने की भी अनुमति दे दी थी। परियाेजना पर लोक निर्माण विभाग काम आगे बढ़ाता कि कोरोना काल शुरू हो गया। अब कोरोना काल के समाप्त होने का इंतजार किया जा रहा है कि इसके बाद इस परियोजना को आगे बढ़ाने का काम शुरू किया जा सके।
बता दें कि 21 अक्टूबर, 2019 को यमुना स्टैंडिंग कमेटी ने सिग्नेचर ब्रिज से डीएनडी तक बनने वाले इस एलिवेटेड कॉरिडोर को कुछ सुझावों के साथ मंजूरी दी थी। यह इस परियोजना को लेकर सरकार की बड़ी सफलता थी। यमुना स्टैंडिंग कमेटी ने माना था कि इस कॉरिडोर के निर्माण से यमुना के पर्यावरण पर कोई असर नहीं पड़ेगा। इस कॉरिडोर का करीब 6 किलोमीटर भाग डबलडेकर होगा। इसके बन जाने पर रिंग रोड पर वाहनों का दबाव कम हो जाएगा और लोगों को कश्मीरी गेट बस अड्डा से लेकर मैटकाॅफ हाउस और मजनू का टीला तक जाम में नहीं फंसना पड़ेगा।
अब लोक निर्माण विभाग इस योजना काे अनुमित के लिए यूटिपेक ययूनाइटेड ट्राफिक एंड इंफ्रास्ट्रक्चर प्लानिंग एंड इंजीनियरिंग सेंटर में लगाएगा। वहां से अनुमति मिलने पर दिल्ली अर्बन आर्ट कमीशन से अनुमति ली जाएगी। दिल्ली सरकार के सूत्रों का कहना है कि यह परियोजना मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पसंदीदा परियोजना है। इसमें अब किसी तरह की अड़चन भी नहीं है। सरकार ने योजना पर खर्च करने के लिए पहले साल के लिए 10 करोड़ की राशि देने की अनुमति दे दी है। योजना के तहत बनने वाले डबल डेकर फ्लाईओवर वाले भाग में ऊपर के भाग में तेज रफ्तार बड़े वाहन चलेंगे। जबकि नीचे के भाग में कम रफ्तार वाले वाहन व साइकिल वाले चलेंगे। बैट्री रिक्शा चलाए जाएंगे। इन छह किलाेमीटर के भाग में बाजार विकसित किए जाएंगे।
कॉरिडोर पर एक भी लालबत्ती नहीं होगी
रिंग रोड पर वाहनों के बढ़ते दबाव को देखते हुए दिल्ली सरकार ने यमुना पर बने सिग्नेचर ब्रिज से निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन यसराय काले खांद्ध से होते हुए डीएनडी तक एलिवेटेड कॉरिडोर बनाने का फैसला किया है। योजना के अनुसार इस कॉरिडोर की लंबाई करीब 22 किमी होगी। इस कॉरिडोर के दो लिंक रोड आइटीओ और राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 9 के पास उतारे व जोड़े जाएंगे। इस कॉरिडोर पर एक भी लालबत्ती नहीं होगी। इसे डीएनडी और बारापुला फेजण्तीन से भी जोड़ा जाएगा। जिससे लोगों को सिग्नेचर ब्रिज से एम्स और नोएडा के लिए सिग्नल फ्री कॉरिडोर मिल सकेगा।