राजधानीदिल्ली में कोरोना संक्रमण से सुधर रहे हालात के बीच दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) ने यमुना नदी पर 5वें मेट्रो पुल का निर्माण कार्य शुरू किया है। यह लाइन दिल्ली मेट्रो के फेज 4 के मजलिस पार्क- मौजपुर कॉरिडोर से आ रही है।
यमुना नदी पर पुल और यमुना विहार से भजनपुरा तक पीडब्लूडी फ्लाईओवर के साथ एलिवेटेड वायाडक्ट का निर्माण किया जा रहा है।
बता दें कि दिल्ली मेट्रो के फेज-4 के तहत तुगलकाबाद-एरोसिटी मेट्रो कॉरिडोर का निर्माण कार्य अभी हाल में ही शुरू हुआ है। तुगलकाबाद-एरोसिटी मेट्रो कॉरिडोर की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इसमें एक डबल डेकर वायाडक्ट होगा। तुगलकाबाद-एरोसिटी मेट्रो कॉरिडोर में 15 मेट्रो स्टेशन होंगे। इसमें संगम विहार से अंबेडकर नगर तक एलिवेटेड 6 लेन का फ्लाईओवर भी बनाया जाएगा।
तुगलकाबाद-एरोसिटी मेट्रो कॉरिडोर की कुल लंबाई 20.20 किलोमीटर है। यह कश्मीरी गेट-राजा नाहर सिंह तक की वायलेट लाइन को एयरपोर्ट एक्सप्रेस लिंक से जोड़ा जाएगा। फेज-4 के तीन कॉरिडोर को अब तक मंजूरी मिली है, जिसके तहत 45 मेट्रो स्टेशनों का निर्माण किया जाएगा। इन तीन कॉरिडोर में मेट्रो लाइन की लंबाई 61.679 किलोमीटर होगी।
उधर, दिल्ली -एनसीआर में मेट्रो का विस्तार तेजी से हो रहा है। इसी क्रम में पुराने गुरुग्राम का मेट्रो से जुड़ने का सपना जल्द ही साकार होने जा रहा है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल की अध्यक्षता में बृहस्पतिवार को हुई कैबिनेट की बैठक में पुराने गुरुग्राम को मेट्रो से जोड़ने की परियोजना की अंतिम विस्तृत रिपोर्ट (डीपीआर) को मंजूरी दे दी गई है। कांग्रेस की भूपेंद्र हुड्डा के नेतृत्व वाली सरकार के समय से ही पुराने गुरुग्राम को मेट्रो से जोड़ने की योजना तैयार की गई थी, जिसे प्रदेश की भाजपा सरकार ने आगे बढ़ाया है।
पुराने गुरुग्राम में मेट्रो आने से अधिकतर शहरी क्षेत्र इससे जुड़ जाएंगे। इससे हजारों निजी और कॉमर्शियल वाहन सड़कों से उतर जाएंगे। इससे सड़कों पर वाहनों का दबाव भी काफी हद तक कम हो जाएगा। अभी जहां पुराने गुरुग्राम के लोगों को दिल्ली जाने के लिए मेट्रो पकड़ने इफको चौक या एमजी रोड जाना पड़ता उन्हें उनके घर के पास से ही मेट्रो ट्रेन मिल जाएगी।