दिल्ली में वाहनो के ऊपर कार्यवाई शुरू
नगर निगम शाहदरा दक्षिणी जोन में धड़ल्ले से वाहन उठ रहे हैं। ऐसी वाहन जो जर्जर हो चुके हैं या समय पूरा कर चुके हैं और इसके बाद भी सड़कों व गलियों में अवरोध बन चुके हैं, इन पर निगम की नजर है। नगर निगम अधिकारियों ने बताया कि परिवहन विभाग ने ऐसे वाहनों को उठाने के लिए एक एजेंसी को ठेका दिया है।
अजेंसी को दिया गया काम
इसी एजेंसी के साथ मिलकर निगम के सभी जोन में इस तरह की कार्रवाई हो रही है। निगम की निशानदेही पर एजेंसी वाहनों काे उठा रही है। मंगलवार को ईस्ट गुरु अंगद नगर में निगम की तरफ से एक अभियान चलाया गया। यहां गलियों और सड़कों पर खड़े लगभग आठ जर्जर वाहनों को एजेंसी ने क्रेन के माध्यम से हटा दिया। इसे लेकर अफरातफरी भी मच गई। लोग अपने वाहनों को छुड़ाने के लिए आने लगे। कुछ के साथ झड़प भी हुई। लेकिन किसी को वाहन वापस नहीं मिला।
गाड़ी दिखा बाहर तो कार्यवाई तय
यह अभियान पिछले कुछ दिनों से शुरू किया गया है। निगम के अधिकारी अपने दौरों में इस तरह के वाहनों की पहचान करते हैं। साथ ही कुछ स्थानीय लोगों की शिकायतें निगम के पास भी पहुंचती हैं। ये वाहन बीमारियों का घर भी बन जाते हैं। गंदगी के साथ कई जगहों पर वाहनों के नीचे पानी भर जाता है। इसमें मच्छर भी पनपते हैं। इसे देखते हुए निगम ने यह अभियान तेज कर दिया है। इस पर लोगों की मिली-जुली प्रतिक्रिया सामने आ रही है।
नही दिया जाएगा कोई अलर्ट, होगा सीधा ऐक्शन
कुछ लोगों का कहना है कि निगम की तरफ से चेतावनी या पूर्व में नोटिस नहीं दिया जाता है। अगर नोटिस पहले मिल जाए तो वाहनों को उनके मालिक खुद ही हटा लेंगे। हालांकि शाहदरा दक्षिणी जोन की उपायुक्त वंदना राव का कहना है कि कोई भी वाहन जब्त होने के बाद संबंधित मालिक को नोटिस जारी किया जाता है। इसमें उन्हें 10 दिन का समय दिया जाता है। वह लिखकर देंगे कि उक्त वाहन को वह सुरक्षित ठिकाने लगाएंगे तो उन्हें लौटा दिया जाता है।
वाहन किया जाएगा डम्प
ऐसे उठाए जा रहे वाहन निगम के दस्ते के साथ एजेंसी के कर्मचारी पहुंचते हैं। जर्जर वाहन पर सभी दरवाजों और डिग्गी में सील लगाई जाती है ताकि कार्रवाई के दौरान कोई सामान बाहर न गिर जाए। वाहन को सुरक्षित तरीके से उठाने के बाद गोदाम में पहुंचाया जाता है। नोटिस का जवाब न मिलने के बाद इन वाहनों को डंप कर दिया जाता है।