दिल्ली के Express Way पर नया रूट जल्द
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के मेरठ से डासना तक 32 किमी हिस्से को 31 दिसंबर तक पूरा करने की चुनौती अब ज्यादा बढ़ गई है। कार्यदायी कंपनी ने सितंबर के कामकाज की समीक्षा की। इसमें सामने आया है कि अब तय समय में काम पूरा करने में चुनौती ज्यादा बढ़ गई है। लक्ष्य बढ़ाने की बात मंत्रालय से साफ तौर पर मना है ऐसे में अब कंपनी की परेशानी बढ़ गई है।
कार्य का दबाव ज्यादा बढ़ा
सितंबर महीने तक जिन कार्यों को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था उसे पूरा नहीं किया जा सका। इसकी वजह रही कोरोना संक्रमण से कर्मचारियों का क्वारंटाइन होना और किसानों का अवरोध। ऐसे में सितंबर तक जिन कार्यों को पूरा करने का लक्ष्य था उसे अक्टूबर के लक्ष्य के साथ जोड़ दिया गया है। ऐसे में अब अक्टूबर में कार्य का दबाव ज्यादा बढ़ गया है।
यूपी गेट से डासना तक की बाधाएं भी कम नहीं
यूपी गेट से डासना तक 14 लेन का एक्सप्रेस-वे बन रहा है। इस हिस्से का 86 फीसद काम हो गया है। चूंकि इस हिस्से पर ट्रैफिक पहले से ही चल रहा है ऐसे में ट्रैफिक को बार-बार डायवर्ट करके काम हो रहा है। वहीं मुरादाबाद-अलीगढ़ रेलवे लाइन के ऊपर अभी ओवरब्रिज का निर्माण नहीं हो पाया है। इसके अलावा बीच में छोटे-छोटे टुकड़े हैं जिन पर अभी डामर कार्य नहीं हो पाया है। यह एक्सप्रेस-वे का दूसरा चरण है। इसे भी 31 दिसंबर तक पूरा किया जाना है। वहीं प्रथम चरण निजामुद्दीन से यूपी गेट तक काफी पहले ही उद्घाटन हो चुका है। तीसरे चरण डासना से हापुड़ तक भी उद्घाटन हो चुका है।
इनका कहना है
हर हाल में 31 दिसंबर तक कार्य पूरा करना है। लक्ष्य नहीं बढ़ेगा। पूरी गंभीरता से कार्य किया जा रहा है पर बारिश, कोरोना संक्रमण व किसानों के अवरोध से काम प्रभावित होता रहा है। चुनौती और परेशानी दोनों बढ़ी है। फिर भी कोशिश जारी है।
– मुदित गर्ग, परियोजना निदेशक, दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे