दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने शुक्रवार को उत्तरी दिल्ली नगर निगम पर किरारी गांव में कूड़ा जलाने के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने पर 1 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाने के निर्देश जारी किए है।
उन्होंने कहा कि बड़े पैमाने पर कचरा जलाने की नियमित घटनाओं को उनके संज्ञान में लाया गया, जिसके बाद यह कार्रवाई की गई। राय ने कहा कि दिल्ली की हवा की गुणवत्ता धीरे-धीरे बिगड़ती जा रही है। लेकिन एजेंसियां अबी भी इसे गंभीरता से नहीं ले रही हैं। पर्यावरणीय मानदंडो पालन नहीं किया जा रहा है। कचरे के ढ़ेर जलाए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि उत्तरी दिल्ली नगर निगम पर 1 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाने के निर्देश जारी किए गए हैं ताकि क्षेत्र में कचरा जलाने पर नियंत्रण हो सके।
मौसम विभाग के अधिकारियों के मुताबिक हवा की अनुकूल गति के कारण प्रदूषकों के व्यापक स्तर पर फैलने में मदद मिलने से शुक्रवार को दिल्ली में प्रदूषण के स्तर में आंशिक कमी आई है। शहर में सुबह 10 बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 250 दर्ज किया गया।
वहीं, गुरुवार को 24 घंटे का औसत 315 था, जो 12 फरवरी (एक्यूआई 320) के बाद से सबसे खराब स्थिति थी। शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच को ‘संतोषजनक’, 101 से 200 तक को ‘मध्यम’, 201 से 300 तक को ‘खराब’ और 301 से 400 तक को ‘बहुत खराब तथा 401 से 500 तक को ‘गंभीर’ माना जाता है।
राघव चड्ढा ने भाजपा पर बोला हमला
आम आदमी पार्टी के विधायक राघव चड्ढा ने भी किराड़ी में कूड़ा जलाने को लेकर भाजपा पर हमला बोला है। उन्होंने कहा भाजपा शासित एमसीडी कूड़ा जलाकर दिल्ली में वायु प्रदूषण से लड़ने में अपना योगदान दे रही है।
BJP run MCDs burning garbage in Delhi (Baba Vidyapati Marg,Kirari)and doing their bit to fight air pollution.
— Raghav Chadha (@raghav_chadha) October 16, 2020
The impunity with which BJP run MCDs play havoc with the respiratory health of Delhiites is flabbergasting to say the least. Urge EPCA to take strictest possible action. pic.twitter.com/QcNR5nigpD
राघव चड्ढा ने कहा कि एमसीडी दिल्ली वालों के स्वास्थ के साथ खिलवाड़ कर रही है। मैं ईपीसीए से अपील करता हूं कि वो एमसीडी के खिलाफ सख्त कदम उठाए। एमसीडी के पापों ने दिल्ली सरकार द्वारा किए गए सभी प्रयासों को विफल कर दिया है।
उन्होंने कहा कि एमसीडी सबसे भ्रष्ट विभाग है। उन्होंने कहा कि मैं एमसीडी को याद दिलाना चाहता हूं कि दिल्ली को साफ रखना उनकी संवैधानिक जिम्मेदारी है। कचरे का निपटान एक स्थायी तरीके से किया जाना चाहिए और एमसीडी इसमें पूरी तरह से विफल रही है।