बाजार में लॉकडाउन लगाने की संभावना के बीच प्रशासन ने एक बड़ा कदम उठाया है।दीवाली की खरीदारी के बीच कॉलोनी के बाद अब बाजारों में भी कोरोना संक्रमण ने पैर पसार लिए हैं। संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए प्रशासन ने अब बाजारों में भी कंटेनेमेंट जोन बनाने का सिलसिला शुरू कर दिया है। पश्चिमी जिले में जहां अब तक नौ कंटेनमेंट जोन बना दिए गए है तो वहीं दक्षिण-पश्चिमी जिले में अभी तक एक ही कंटेनमेंट बनाया गया है। कंटेनमेंट जोन के बाहर सिविल डिफेंस वॉलेंटियर को तैनात किया गया है। इसकेे साथ ही मार्केट एसोसिएशन को भी सतर्क रहने के लिए आगाह किया है।
दुकान में मिला कोई संक्रमित तब क्या होगा
अधिकारियों के मुताबिक बाजारों में कोरोना जांच की संख्या को बढ़ा दिया गया है। कोशिश की जा रही है कि जिले के प्रत्येक बाजार में कोरोना जांच शिविर का आयोजन हो और एक-एक दुकानदार व उनके यहां कार्यरत कर्मचारी की जांच हो। किसी भी दुकान में यदि एक से अधिक व्यक्ति कोरोना संक्रमित पाया जाता है, तो उस दुकान के साथ उसके दाएं व बाएं की एक-एक दुकान को सील कर वहां कंटेनमेंट जोन बनाने के ऑर्डर तुरंत पारित किए जा रहे हैं।
अगर मिला संक्रमित तब क्या होगा
इस दौरान दुकानदार व उनके सभी कर्मचारी घरों में आइसोलेट रहेंगे। 14 दिन बाद जब जिला अधिकारी कंटेनमेंट जोन खत्म करने का ऑर्डर पारित करेंगे, उसी के बाद दुकानदार दुकान खोल सकेंगे। वहीं यदि किसी दुकान में एक व्यक्ति कोरोना संक्रमित पाया जाता है तो उस दुकान को 48 घंटे तक बंद रखा जाएगा।
क्या है संक्रमित दुकान को खोलने की प्रक्रिया
48 घंटे बाद सैनिटाइजेशन हाेने पर उस दुकानदार का कोई ऐसा जानकार या रिश्तेदार ही दुकान खुल सकेगा जो उसके संपर्क में नहीं आया हों। मार्केट एसोसिएशन इस बात का ध्यान रखेगा। कंटेनमेंट जोन बनाने के पीछे लोगों में डर की अनुभूति को पैदा करना है, ताकि वे पहले की तरह सतर्कता बरते और फिजूल घर से निकलने से बचे। इसके अलावा मास्क लगाए, शारीरिक दूरी का खयाल रखे, भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से परहेज करें और हाथों को समय-समय पर साफ करें।
क्या है कंटेनमेंट जोन की हालत
जानकारी के मुताबिक पश्चिमी जिले के अंतर्गत राजौरी गार्डन मार्केट में तीन, तिलक नगर बाजार में पांच, नांगलोई स्थित अशोक मोहल्ले में एक कंटेनमेंट जोन बनाया गया है। वहीं दक्षिण-पश्चिमी जिले में द्वारका सब-डिवीजन के अंतर्गत मिलाप नगर में कंटेनमेंट जोन बनाया गया है।
क्या कहते हैं अधिकारी
बाजारों में खरीदारी के बीच लोग स्वास्थ्य विभाग के निर्देश का बिल्कुल पालन नहीं कर रहे है। जिसके कारण कोरोना संक्रमण के मामले बढ़े है। संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए यह कदम बेहद जरूरी था। इसके बाद भी यदि स्थिति में सुधार नहीं आता है तो और सख्ती करना प्रशासन की मजबूरी बन जाएगा।
नेहा बंसल, उपायुक्त, पश्चिमी जिला