26 जनवरी को दिल्ली किसान रैली एक अलग मोड़ पर पहुंचने के बाद दो बड़े फैसले सामने आए हैं. पहले फैसले के अनुसार 1 फरवरी को संसद मार्च का कार्यक्रम किसान मोर्चा के द्वारा बनाया गया था जिसे अब ट्रैक्टर रैली में हुई अव्यवस्था के कारण स्थगित कर दिया गया है.
इस मार्च को किसान मोर्चा ने खुद स्थगित किया है लेकिन वही आंदोलन को जारी रखने का घोषणा भी किसान मोर्चा ने किया है.
वही अब तक जो बातें सामने आई हैं उसमें या दावा किया जा रहा है कि किसान रैली में असामाजिक तत्व आगे आ गए और कई नेताओं ने भड़काऊ भाषण भी दिया जिसके वजह से व्यवस्था फैल गई.
किसानों का आरोप यह भी है कि दिल्ली पुलिस ने तय किए गए रूट में भी कई जगहों पर बैरिकेडिंग लगा दिया था और जानबूझकर उन्हें दूसरे रास्ते पर जाने को मजबूर किया था.
वहीं दिल्ली पुलिस का कहना है कि किसान रैली 12:00 बजे से शुरू होनी थी लेकिन सुबह 7:00 बजे से ही किसानों ने आकर तोड़फोड़ करना शुरू कर दिया दिल्ली पुलिस के सामने कई अन्य विकल्प थे लेकिन दिल्ली पुलिस ने शांति का रास्ता चुना.