लंबे इंतजार के बाद राजधानी दिल्ली से राजस्थान पहुंचना आसान होने वाला है। चार साल बाद गुरुग्राम-दिल्ली एक्सप्रेस वे बनकर तैयार हो गया है और 11 जुलाई को केंद्रीय सड़क, परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी इसका उद्घाटन करने वाले हैं। हालांकि एएनएचआई ने इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की है। एक्सप्रेस वे चालू होने से वाहन चालकों को लंबे जाम से निजात मिलेगी और समय की भी बचत होगी। दरअसल, चार साल से लोग गुरुग्राम दिल्ली एक्सप्रेस वे के चालू होने का इंतजार कर रहे थे।
दिल्ली- मुंबई एक्सप्रेस वे के हिस्से दिल्ली गुरुग्राम सोहना एक्सप्रेस एलिवेटिड रोड का निर्माण होना बाकी है।
छह लेन के इस एक्सप्रेस वे के चालू होने से गुरुग्राम और सोहना के बीच की दूरी काफी कम हो जाएगी। करीब दो हजार करोड़ की लागत से तैयार होने वाले इस प्रोजेक्ट को पूरा होने पर सड़क हादसों में भी कमी आएगी।
वहीं, गुरुग्राम के सांसद और केंद्रीय मंत्री के मुताबिक गुरुग्राम-दिल्ली एक्सप्रेसवे से सोहना तक 21 किमी एलिवेटेड रोड दिल्ली-एनसीआर में सबसे बड़ी बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में से एक होगा। सांसद ने बताया कि पैकेज एक के निर्माण में लगभग 1,000 करोड़ रुपये और पैकेज 2 को 944 करोड़ रुपये में पूरा किया गया है।
एक्सप्रेस वे से जयपुर जाना होगा आसान
गुरुग्राम दिल्ली एक्सप्रेस वे चालू होने से दौसा से जयपुर की दूरी करीब 58 किलोमीटर कम हो जाएगी। दिल्ली- मुंबई एक्सप्रेस वे पर दौसा होते हुए जयपुर जाना बेहद आसान हो जाएगा। इस एक्सप्रेस-वे को जयपुर से जोड़ने के लिए छह लेन लिंक रोड बनाया जाना है। रोड बनने के बाद एक्सप्रेस-वे जयपुर से जुड़ जाएगा। छह लेन की रोड 66 किमी लंबी रहेगी। यह रोड द्वारापुरा गांव के पास एक्सप्रेस- वे से जयपुर में आगरा रोड स्थित रिंग रोड तक बनेगी। इस से प्रदूषण तो कम होगा ही साथ ही 15 के औसत से 4 लीटर तक पेट्रोल कम लगेगा.
सीसीटीवी कैमरों से होगी निगरानी
दिल्ली गुरुग्राम सोहना एक्सप्रेसवे कैमरों की जद में होगा। जानकारी के मुातबिक एक किलोमीटर के अंतराल पर कैमरे लगाए जाने का कार्य शुरू कर दिया गया है। कैमरे की रेंज करीब 500 मीटर होगी। इन कैमरों की मदद से एक्सप्रेस वे पर हो रही हर गतिविधि पर नजर रखी जा सकेगी। सभी जंक्शन पर तीन से चार कैमरे लगाए जाएंगे। कैमरों के माध्यम से नजर रखने के लिए जगह जगह कंट्रोल रूम बनाए जाएंगे।