दक्षिणी दिल्ली नगर निगम इलाके में महापौर मुकेश सुर्यान ने अधिकारियों को अतिक्रमण के खिलाफ अभियान तेज करने का निर्देश दिया है। बृहस्पतिवार को महापौर ने चारों जोन के उपायुक्त व जोन चेयरमैन के साथ बैठक की। इस दौरान शाहीन बाग से लेकर ओखला और अन्य इलाकों में चलने वाले अतिक्रमण के खिलाफ अभियान के एक्शन प्लान पर चर्चा की गई। इस दौरान महापौर ने स्पष्ट किया कि बिना भेदभाव के अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाया जाए। यमुना खादर में जहां-जहां अवैध निर्माण है उसे भी गंभीरता से लिया जाए।
सुर्यान ने बताया कि हम अतिक्रमण को लेकर जीरो टालरेंस की नीति के तहत काम कर रहे हैं। दैनिक आधार पर हमारा अभियान विभिन्न इलाकों में चल भी रहा है, लेकिन हम विशेष अभियान चलाने की जो तैयारी कर रहे हैं उस दिशा में जोन चेयरमैन व उपायुक्त के साथ चर्चा की। सभी जोन चेयरमैन अतिक्रमण के खिलाफ निगम द्वारा शुरू किए गए अभियान के समर्थन में थे। चेयरमैन के पास लोग खुद अब उन इलाकों की जानकारी दे रहे हैं जहां अतिक्रमण के चलते लोगों को परेशानी होती है। सुर्यान ने कहा कि अगर कहीं अतिक्रमण के चलते यातायात बाधित हो रहा है तो सबसे पहले हमारी प्राथमिकता पहले यातायात को सुचारु करना है।
अपने से ख़ाली होने लगा फर्नीचर मार्केट
दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के बुलडोजर का डर अतिक्रमणकारियों में दिखाई देना शुरू हो गया है। बृहस्पतिवार को शाहीन बाग की फर्नीचर मार्केट में दुकानदार खुद दुकानों केसामने रखे फर्नीचर हटाते दिखाई दिए। मार्केट में दुकानों के सामने कुर्सियां, मेज व अन्य फर्नीचर सड़क पर रखे रहते हैं। इससे यातायात प्रभावित होता है, लेकिन बृहस्पतिवार को यहां रखे सामानों को दुकानदारों ने दुकान के अंदर रख लिया और कुछ दुकानदार सड़क पर रखे सामान को गाड़ियों पर लादकर ले जाते दिखे।
निगम ने सरिता विहार वार्ड के तहत कुछ इलाकों में अतिक्रमण के खिलाफ चलने वाले नियमित अभियान की योजना बना रखी थी। इसकेलिए निगम ने स्थानीय थाने से पुलिस सुरक्षा मांगी थी।
पुलिस ने निगम की मांग को यह बताते हुए खारिज कर दिया कि पहले से ही कई जगह पर पुलिसकर्मियों की तैनाती हुई है। ऐसे में पुलिस सुरक्षा उपलब्ध नहीं कराई जा सकती। सरिता विहार के एसएचओ राकेश कुमार ने निगम को लिखे पत्र में कहा कि उपलब्ध जवानों की तैनाती अन्य जगहों पर है, जिससे वे अतिक्रमण हटाने लिए बृहस्पतिवार को पुलिस के जवान उपलब्ध नहीं करा पाएंगे।