भीषण गर्मी की वजह से देशभर में आग लगने की घटनाएं सामने आ रही है। अब दिल्ली के जामिया नगर में एक इलेक्ट्रिक वाहन पार्किंग में भीषण आग लग गई। इस आग में कई गाड़ियों उनके ओनर के सामने जलकर खाक हो गईं।
दमकल विभाग की सात गाड़ियां मौके पर पहुंची हैं। कड़ी मेहनत के बाद उन्होंने आग पर काबू कर लिया। हालांकि, इस बीच करीब 100 गाड़ियों जलकर खाक हो गईं। जिनमें 10 कारें, 1 मोटरसाइकिल, 2 स्कूटर, 30 नए ई-रिक्शा और 50 पुराने ई-रिक्शा शामिल हैं। आग लगने की वजह का अभी तक पता नहीं चल पाया है। इस घटना में किसी भी इंसान को नुकसान होने की कोई खबर नहीं आई।
पहले भी ईवी में कई जगहों पर आग लगी
भारत में इलेक्ट्रिक व्हीकल में आग लगने के कई मामले सामने आए हैं। अप्रैल के महीने में चेन्नई में एक ओकिनावा डीलरशिप में आग लग गई थी, वहीं जितेंद्र ईवी के 20 इलेक्ट्रिक स्कूटरों के एक कंटेनर में भी आग की घटना सामने आई। एकस्पर्ट का मानना है कि भीषण गर्मी के कारण इलेक्ट्रिक वाहनों में आग लग रही है, क्योंकि गर्मी को बैटरी नहीं झेल पा रही हैं। बैटरी की क्वालिटी को लेकर एक्सपर्ट पहले भी कई सवाल खड़े कर चुके हैं।
गृह मंत्रालय के दफ्तर में भी आग लगी
इससे पहले नार्थ ब्लॉक स्थित गृह मंत्रालय के दफ्तर में मंगलवार देर रात अचानक आग लग गई थी। आग के चपेट में दो कमरे आए और वहां रखा सामान जलकर खाक हो गया। दिल्ली दमकल विभाग की 7 गाड़ियों को लगभग एक घंटा आग को बुझाने में लगा। घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। दमकल विभाग के अनुसार नॉर्थ ब्लॉक में मिनिस्ट्री आफ होम अफेयर्स के दफ्तर में रात 12:18 बजे आग की कॉल मिली थी। इससे पहले मई के पहले पखवाड़े में दिल्ली के मुंडका स्थित चार मंजिला इमारत में आग लग गई थी। इस घटना में 27 लोगों की मौत हो गई थी और 27 लोग झुलस गए थे।
बैटरी में आग के लिए जांच कमेटी बनाई
भारत में ईवी की आग की घटना पर जांच करने वाली कमेटी ने विदेशी बैटरियों को भी दोषी ठहराया जा रहा है। समितियों का कहना है कि इन बैटरी को भारतीय मौसम के लिए डिजाइन नहीं किया है। भारत सरकार ने इन घटनाओं का संज्ञान लिया है और इन घटनाओं की जांच के लिए समितियों का गठन किया है। परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने भी इलेक्ट्रिक वाहनों में खराबी के मामले में ऑटो निर्माताओं पर जुर्माना लगाने का सुझाव दिया है।