दिल्ली मेट्रो समेत पूरे पब्लिक प्लेस में लोगों को मिलेगा 500 वाले चलान से मुक्ति
दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) सार्वजनिक स्थानों, दिल्ली मेट्रो में मास्क नहीं लगाने पर लगाए जाने वाले 500 रुपये के जुर्माने को एक अक्टूबर से समाप्त कर सकता है। साथ ही कोविड-19 के मामलों में लगातार आ रही कमी के मद्देनजर अस्पतालों में तैनात कर्मचारियों तथा उपकरणों को भी चरणबद्ध तरीके से कम किया जाएगा।
इस आशय के संकेत उपराज्यपाल (एलजी) वीके सक्सेना की अध्यक्षता में बृहस्पतिवार को हुई डीडीएमए की बैठक में मिले । बैठक में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी शामिल हुए। बैठक में राष्ट्रीय राजधानी में कोविड हालात की चर्चा की गई। साथ ही कोरोना वायरस संक्रमण से निपटने के लिए अस्पतालों को दिए गए संसाधनों की समीक्षा भी हुई।
बूस्टर डोज़ लगवाना होगा सभी को
सूत्रों ने बताया कि बैठक में आइएलआइ – एसएआरआइ मामलों की निगरानी बढ़ाने का फैसला लिया गया, ताकि शुरुआती चेतावनी का पता चल सके । साथ ही, सतर्कता डोज लगवाने वालों की मौजूदा संख्या को 24 प्रतिशत से बढ़ाकर कम-से-कम 40-50 प्रतिशत करने पर भी सहमति बनी। सूत्रों ने बताया कि अस्पतालों में तैनात कर्मचारियों और उपकरणों को चरणबद्ध तरीके से कम किया जाएगा और स्वास्थ्य विभाग (किसी भी आपदा से निपटने के लिए) कार्य योजना तैयार करेगा।
दिल्ली में होगा जीनोम सीक्वेंसिंग
बैठक में जीनोम सीक्वेंसिंग के आंकड़ों के विश्लेषण पर भी जोर दिया गया, ताकि मामलों की संख्या में वृद्धि या किसी नए स्वरूप के सामने आने पर उसका पता चल सके। विशेषज्ञ सदस्यों ने जोर दिया कि अभी हमें ढीला नहीं पड़ना चाहिए । मुख्यमंत्री केजरीवाल ने लोगों से कोविड – 19 टीके की सतर्कता डोज लगवाने को कहा। उन्होंने ट्वीट किया, उपराज्यपाल की अध्यक्षता में डीडीएमए की बैठक हुई। कोरोना की मौजूदा स्थिति का जायजा लिया।
कई अहम निर्णय हुए।
- दिल्लीवासियों से अपील है कि सतर्कता डोज जरूर लगवाएं।
- त्योहारों के सीज़न में अपने परिवार को कोरोना से सुरक्षित रखें।
- कोरोना से बचने के लिए एहतियात बरतें।
इससे पहले डीडीएमए की बैठक पांच माह पहले अप्रैल में हुई थी। उसमें सार्वजनिक स्थानों पर मास्क लगाना अनिवार्य किया गया था और इसका उल्लंघन करने वालों पर 500 रुपये जुर्माने का प्रविधान किया गया था ।