दिल्ली में ऑटो-टैक्सी से सफर करना महंगा। दिल्ली सरकार ने सीएनजी की बढ़ती कीमतों को आधार बनाकर किराये में बढ़ोतरी को मंजूरी दे दी है। जल्द ही इसकी अधिसूचना जारी होगी जिसके बाद ऑटो, काली पीली टैक्सी और इकॉनोमी टैक्सी के किराये की नई दरें लागू हो जाएंगी।
- ऑटो से शुरुआत के किलोमीटर का किराया 25 से बढ़ाकर 30 रुपये कर दिया गया है।
- जबकि टैक्सी से 25 रुपये की जगह 40 रुपये देने होंगे।
- यानी ऑटो से सफर करने पर प्रति किलोमीटर डेढ़ रुपया अधिक किराया देना होगा।
- एसी टैक्सी से चार रुपये और गैर-एसी टैक्सी से सफर पर तीन रुपये प्रति किलोमीटर किराया बढ़ा दिया गया है।
सदस्यीय समिति बनाई गई थी : इससे पहले दिसंबर 2020 में ऑटो के किराये में बढ़ोतरी की गई थी लेकिन लगातार बढ़ रही सीएनजी की कीमतों को लेकर ऑटो यूनियन हड़ताल पर चली गई थीं। 18 अप्रैल को हुई हड़ताल के बाद सरकार ने 13 सदस्यीय समिति गठित की थी, जिसके सुझाव पर अब किराये में बढ़ोतरी की गई है।
यूनियनों का तर्क :
आपका अपना ऑटो टैक्सी यूनियन के महासचिव उपेंद्र सिंह ने कहा, हम सुनिश्चित कराएंगे कि सभी टैक्सी चालक मीटर से चलें और निर्धारित दरों से ही किराया लें । वहीं, दिल्ली ऑटो रिक्शा संघ के महामंत्री राजेश सोनी ने कहा, सरकार के इस फैसले से बड़ी संख्या में सवारी ऐप आधारित टैक्सी सेवा की ओर शिफ्ट हो जाएंगी। हमारी मांग थी कि सरकार किराये की दरों में वृद्धि न कर सीएनजी पर सब्सिडी दे । इस फैसले से कोई बड़ा लाभ नहीं होगा लेकिन हम सुनिश्चित कराएंगे कि सभी ऑटो और टैक्सी मीटर से चलें ।
इंतजार कराने पर देना होगा प्रति मिनट के हिसाब से शुल्क
- ■ अभी टैक्सी में एक घंटे तक इंतजार कराने पर 30 रुपये का अतिरिक्त टैक्स देना होता था ।
- ■ अब 15 मिनट से ज्यादा इंतजार कराने पर प्रति मिनट एक रुपये का शुल्क देना होगा
- ■ ऑटो में बैग और अन्य सामान रखने पर साढ़े सात रुपये की जगह 10 रुपये देने होंगे।
- ■ एसी और गैर- एसी काली-पीली टैक्सी में सामान रखने के 10 की जगह 15 रुपये देने होंगे।