पुलिस कर्मी नौकरी से हुए बाहर.
पूर्वी जिले के साइबर सेल थाने में तैनात थानाध्यक्ष सतीश कुमार व एएसआइ विजेंद्रर के खिलाफ पांडव नगर थाने में एक शिकायतकर्ता से दो लाख रुपये वसूली करने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है। मुख्यालय के निर्देश पर दोनों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है साथ ही पूरे मामले की जांच पूर्वी जिला के पीजी सेल के एसीपी को सौंप दी गई है।
पहले 8.5 करोड़ का मामला आ चुका हैं पुलिस का.
राजधानी के साइबर सेल थाने में तैनात थानाध्यक्ष द्वारा पीड़ित से रिश्वत मांगने का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी गत दिनोें दक्षिण-पश्चिम जिले में तैनात थानाध्यक्ष द्वारा मुंबई के एक साइबर ठग से 8.5 करोड़ रुपये वसूली का मामला सामने आ चुका है। उक्त मामले में भी थानाध्यक्ष को निलंबित कर दिया गया था। दक्षिण-पश्चिम जिले के एडिशनल डीसीपी उक्त मामले की जांच कर रहे हैं।
पत्नी के अवैध संबंद, वो भी तब जाब हैं 2 साल की बेटी.
ताजा मामला जो पूर्वी जिले का सामने आया है वह बेहद हैरान करने वाला है। पत्नी के अवैध संबंध की जानकारी मिलने पर पति ने जब उसे सुधर जाने की नसीहत दी तब महिला, पति को छोड़कर मायके चली गई और उसके बाद शकरपुर व साहिबाबाद के इंदिरापुरम थाने में पति व ससुराल वालों के खिलाफ शिकायत कर दी।
पांडव नगर थाने में दर्ज कराई गई एफआइआर में सुनील ने कहा है कि वह बख्तावरपुर का रहने वाला है। 2013 में उनकी शादी हुई थी। 2019 में उन्हें पत्नी का एक युवक के साथ अवैध संबंध होने का पता चला तब उन्होंने पत्नी को समझाते हुए कहा कि उसे दो साल की बेटी है वह ऐसी हरकत छोड़ दे।
30 लाख उधार ली और बंगलोर चली गयी.
माफी मांगने पर उक्त मसले को खत्म कर दिया गया था। पत्नी को बंगलुरू में नौकरी मिल जाने पर वह अकेले वहां चली गई। उसी दौरान सुनील की सास को पैसों की आवश्यकता पड़ी तब पत्नी के कहने पर उन्हाेंने उन्हें 30 लाख रुपये दिए। शुरू में वह ब्याज के पैसे लौटाती रही बाद ब्याज देना बंद कर दिया। इसी साल जनवरी में पत्नी भी सुनील को यह कहकर मायके में रहने लगी कि वहां से नौकरी करने में आसानी होगी।
पति से बंद की बातचीत.
कुछ समय तक महिला पति से बात करती रही फिर बातचीत बंद कर दी। ससुराल से पता करने पर सुनील को पता चला कि उसकी पत्नी वहां नहीं रह रही है। वह पत्नी के बारे में पता लगा ही रहे थे कि तभी उन्हें पता चला कि पत्नी ने शकरपुर थाने में उनके व परिवार के सदस्यों के खिलाफ मारपीट करने की शिकायत की है।
पता चला 4 साल से चल रहा हैं अफ़ेयर.
कुछ दिन बाद इंदिरापुरम थाने से भी पुलिसकर्मी ने सुनील को फोन कर बताया कि उनके खिलाफ पत्नी ने शिकायत की है। कड़कड़डूमा कोर्ट में भी महिला ने घरेलू हिंसा की शिकायत कर दी। जिससे परेशान होकर सुनील ने पत्नी की एक महिला मित्र से संपर्क कर जब उसके बारे में जानकारी प्राप्त की तब उन्होंने बताया कि उनकी पत्नी का चार साल से एक युवक से अफेयर है।
WhatsApp ग्रुप में पति ने डाला फ़ोटो.
परेशान होकर सुनील ने पत्नी व उसके प्रेमी की कुछ तस्वीरें कहीं से प्राप्त कर बेइज्जती करने के लिए उसे पत्नी के वाटस एप ग्रुप में डाल दिया। इस बात महिला को बुरा लगा। उसने पूर्वी जिला के साइबर सेल थाने में सुनील के खिलाफ शिकायत कर दी।
अब पुलिस पहुँची रिश्वत लेने.
इसपर सादे कपड़ों में दो पुलिसकर्मी सुनील के घर जाकर उनके व ममेरे भाई का फोन जब्त कर लिया और दोनों को गाली गलौच की। 16 जून को थाने बुलाकर सुनील को घंटों बैठाए रखा और मुकदमा से बचने के लिए दो लाख देने की मांग की। प्रताड़ना से तंग आकर सुनील ने आला अधिकारियों से शिकायत कर दी। जिसके बाद यह कार्रवाई की गई।