पहले चरण में 25 से 30 करोड़ व्यक्तियों को कोरोना का टीका दिया जाएगा
बीते अक्टूबर माह में केंद्र सरकार ने आदेश दिया था कि पहले चरण में देश में 25 से 30 करोड़ व्यक्तियों को कोरोना का टीका दिया जाएगा। इसके लिए समूह बनाया जाए। केंद्र सरकार का मानना है कि देश के हर एक व्यक्ति को कोरोना वैक्सीन की जरूरत नहीं है।
एक दिन में करीब 10 लाख लोगों को टीका लगाया जा सकता है
लेकिन दिल्ली सरकार ने कहा है कि दिल्ली की आबादी 2 करोड़ है और ऐसे में कम से कम 40 से 50 लाख लोगों को तो टीका लगना ही चाहिए। वही दिल्ली स्वास्थ्य विभाग के हवाले से कहा गया है कि दिल्ली में कुल 745 स्वस्थ्य संस्थान होने की वजह से एक दिन में करीब 10 लाख लोगों को टीका लगाया जा सकता है।
पहले चरण में 20 से 25 फ़ीसदी आबादी को कोरोना का टिका दिया जाएगा
टीके का भंडारण राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में किया जाएगा और पहले चरण में करीब 20 से 25 फ़ीसदी आबादी को कोरोना का टिका दिया जाएगा। जरूरत पड़ने पर नगर निगम के कर्मचारियों, आशा, एएनएम और आंगनबाड़ी कर्मचारियों की भी मदद ली जाएगी। मोहल्ला क्लीनिक और पर्याप्त मात्रा में पॉलीक्लिनिक होने के कारण दिल्ली में कोरोना वैक्सीन देने में ज्यादा परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा।
सभी को को रोना वैक्सीन देना ही उन्हें बचाने का सबसे सुरक्षित उपाय
साथ ही दिल्ली सरकार यह चाहती है कि कोरोना वैक्सीन एक-एक व्यक्ति को मिले क्योंकि दिल्ली में करीब एक चौथाई आबादी कोरोना के संक्रमण में है और अब तक करीब 9000 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। ऐसे में सभी को कोरोना वैक्सीन देना ही उन्हें बचाने का सबसे सुरक्षित उपाय है।