Civil volunteer in Delhi are repeatedly being found involved in misusing their special status and position. Report are for being involved in “UGAHI” on the name challan. Find a hindi report attached on the same story by Delhi Breakings Team.
राजधानी दिल्ली में कोरोना से संक्रमण से जुड़े नियमों के उल्लंघन के नाम पर जिला प्रशासन भले ही सख्ती किए जाने का दावा कर रहा हो, लेकिन इस सख्ती की आड़ में सिविल डिफेंस वॉलंटियर उगाही का धंधा भी करने लगे हैं। ऐसे ही एक मामले में नंद नगरी पुलिस ने एक कारोबारी की शिकायत पर वॉलंटियर के खिलाफ जबरन वसूली का केस दर्ज किया है।
इसका एक वीडियो वाट्सएप और फेसबुक पर काफी वायरल हुआ था, जिसमें कारोबारी मास्क लगाए हुए दिख रहे हैं। बता दें कि दिल्ली में सत्तासीन आम आदमी पार्टी सरकार ने नियम का उल्लंघन करने पर 500 रुपये के चालान का प्रावधान किया हुआ है, लेकिन कई मौकों पर यह देखा गया है कि जब वॉलंटियर ने चालान काटने के बजाय 50 रुपये का नोट जेब में रख मामले को रफा दफा किया है। इतना ही नहीं अगर कई लोगों ने मिलकर नियम का उल्लंघन किया है तो उनसे रकम की शेयरिंग करवाकर चालान तक भरवाया है।
पहले कार्रवाई, फिर अवहेलना
दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण प्राधिकरण (ईपीसीए) के अध्यक्ष डॉ. भूरे लाल ने आनंद विहार का दौरा किया और पूर्वी दिल्ली नगर निगम की पार्किग में अवैध रूप से चल रहे निजी बस अड्डे को बंद करने का फरमान सुनाया। दिल्ली यातायात पुलिस से लेकर निगम ने आदेश पर कार्रवाई करते हुए बस अड्डे को बंद करवाया दिया, कार्रवाई के चंद दिनों के बाद सेटिंग के जरिये दोबारा से बस अड्डा बहाल हो गया।
पहले कार्रवाई, फिर अवहेलना और इन सभी में भागीदार अधिकारियों पर कार्रवाई न करना यह बताता है कि ईपीसीए भी प्रदूषण को लेकर कितना गंभीर है। किस स्तर पर प्रदूषण फैलाने वालों की निगरानी की जा रही है, जबकि यह पार्किंग छोटे वाहनों के लिए निगम ने बनाई हुई है। बसों के कारण सड़कों पर जाम रहता है, इसलिए अध्यक्ष ने इसे तत्काल प्रभाव से बंद करने के आदेश जारी किए थे।