लगातार गिर रहे कच्चे तेल के दाम के वजह से भारत सरकार ने अब ने फैसला लिया है और अप्रत्याशित बेनिफिट टैक्स में कटौती किया है. आपको बताते चलें कि इस वक्त कच्चे तेल की कीमत पहले के $120 प्रति बैरल के कीमत से गिरकर महज $90 प्रति बैरल पर आ गया है.
केंद्र सरकार ने घटाया टैक्स.
नया फैसला लेते हुए केंद्र सरकार ने शुक्रवार को घरेलू कच्चे तेल के उत्पादन पर लगने वाले अप्रत्याशित लाभ कर में कटौती की घोषणा की है. इसके साथ-साथ डीजल और हवाई धान के निर्यात पर भी शुल्क को घटा दिया गया है.
वित्त मंत्रालय की ओर से जारी किए गए जानकारी के मुताबिक घरेलू कच्चे तेल के उत्पादन पर ₹13300 प्रति टन के बजाय ₹10500 प्रति का अप्रत्याशित कर लाभ लगेगा.
- इसके के साथ-साथ डीजल के निर्यात पर लगने वाले हैं शुल्क में ₹3.50 प्रति लीटर की कटौती की गई है. फल स्वरुप अब डीजल निर्यात पर 13.5 रुपए के अस्थान पर ₹10 प्रति लीटर का शुल्क लगेगा.
- एयर टरबाइन फ्यूल अर्थात हवाई ईंधन के निर्यात पर ₹9 के स्थान पर अब महज ₹5 प्रति लीटर का शुल्क लगेगा और यह सारी दरें आज 17 सितंबर से लागू कर दे गए हैं.
क्या होगा फायदा, कहा मिलेगा सस्ता तेल ?
घटाया हुआ टैक्स निर्यात पर लागू होने वाला है जिसके वजह से भारत से आयात करने वाले हैं देश सस्ता डीजल और हवाई इन धान खरीद पाएंगे. इसका सीधा असर उन देशों के ईंधन के मूल्यों पर देखा जा सकता है.
देश के लोगों के लिए क्या मिलेगा ?
अभी फिलहाल भारतीय डीजल पेट्रोल के रेट में किसी भी प्रकार का बड़ा परिवर्तन नहीं हुआ है. घटे हुए कच्चे तेल की कीमत का फायदा अभी तक भारतीय आम लोगों तक नहीं पहुंचा है.