उत्तर प्रदेश का ‘बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे’ बनकर तैयार हो गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 16 जुलाई को इसका लोकार्पण करेंगे. प्रधानमंत्री मोदी बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का लोकार्पण करने के साथ ही एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे. रिकॉर्ड समय और अनुमानित लागत से कम खर्च में बने इस एक्सप्रेस-वे से न सिर्फ बुंदेलखंड के लोगों को देश की राजधानी दिल्ली तक पहुंचने में सहूलियत होगी, बल्कि औद्योगिक विकास को भी गति मिलेगी.
आइए जानते हैं इस एक्सप्रेस-वे की 10 खास बातें…
1. बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे के बन जाने से चित्रकूट, बांदा, महोबा, हमीरपुर और जालौन के लोगों के लिए दिल्ली का सफर आसान हो जाएगा. इस एक्सप्रेस-वे पर 250 से ज्यादा छोटे पुल, 15 से ज्यादा फ्लाईओवर, 6 टोल प्लाजा और 12 से ज्यादा बड़े पुल और 4 रेल पुल बनाए गए हैं. 24 घंटे पुलिस पेट्रोलिंग और एंबुलेंस की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी.
2. बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे की लंबाई 296 किलोमीटर है. चार लेन चौड़े बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के दोनों तरफ अतिरिक्त जमीन भी है जिससे भविष्य में अगर गाड़ियों की आवाजाही बढ़े तो इसको चौड़ा कर 6 लेन तक बढ़ाया जा सके.
3. अभी तक चित्रकूट से दिल्ली पहुंचने में लगभग 700 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती थी. इसमें करीब 12 से 14 घंटे का समय लगता था. बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे बन जाने के बाद ये दूरी सिर्फ 630 किलोमीटर ही रह जाएगी और समय भी बचेगा.
4. दावा किया जा रहा है कि सफर की दूरी घटने से एक्सप्रेस-वे के रास्ते चित्रकूट से दिल्ली तक का सफर केवल 5 से 6 घंटे में पूरा हो जाएगा.
5. 296 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेस-वे पर लोगों की सहूलियत के लिए 4 जन सुविधा केंद्र बनाए गए हैं. इसके अलावा 4 पेट्रोल पंप भी बनाए जाएंगे.
6. एक्सप्रेस-वे पर कोई पशु न आने पाएं, इसके लिए दोनों तरफ कंटीली तार का बाड़ लगाया गया है. एक्सप्रेस-वे के दोनों तरफ 7 लाख पेड़ पौधे भी लगाए जाएंगे. इसके बावजूद अगर कोई पशु कभी सड़क पर आ भी जाए तो कैटल कैचर व्हीकल की व्यवस्था की गई है जो उसे पकड़ने के काम आएगी.
7. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फरवरी-2020 में बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास किया था. इस परियोजना को फरवरी 2023 में पूरा होना था, लेकिन काम 8 महीने पहले ही पूरा हो गया.
8. 6 हिस्सों में बने एक्सप्रेस-वे के निर्माण पर 14,850 करोड़ रुपये का खर्च आया है.
9. ये एक्सप्रेस-वे 8 नदियों बागेन, केन, श्यामा, चन्दावल, बिरमा, यमुना, बेतवा और सेंगर से होकर गुजरता है.
10. बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे इस इलाके की कनेक्टिविटी में सुधार के साथ-साथ आर्थिक विकास को भी बढ़ावा देगा. इससे स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर सृजित होंगे. बांदा और जालौन जिलों में इस एक्सप्रेस-वे के समीप औद्योगिक कॉरिडोर बनाने का काम पहले ही शुरू हो चुका है