दिल्ली के आश्रम अंडरपास को रविवार को लोगों के लिए पूरी तरह से खोल दिया जाएगा। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया आश्रम अंडरपास का उदघाटन करेंगे। यहां निर्माण कार्य के चलते लोगों को आने-जाने में परेशानी होती है। यहां वाहन चालकों को कई कई घंटे तक जाम में फंसना पड़ता है। आश्रम अंडरपास के पास सिसोदिया के कार्यक्रम को देखते हुए रविवार को लोगों की आवाजाही बंद की गई थी।
यूं बार-बार पार होती रही समय सीमा:
करीब 78 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले 750 मीटर लंबे आश्रम अंडरपास की आधारशिला 24 दिसंबर 2019 को रखी गई थी। दिसंबर 2020 तक काम पूरा करना था लेकिन बार-बार काम रुकने से इसकी समय सीमा बढ़ाकर मार्च 2021, जून 2021 और अगस्त 21 की गई। सितंबर में बिजली की केबल आ जाने के कारण और देरी हुई। अभी केबल का काम पूरा भी नहीं हुआ था कि ड्राइंग में खामी का मामला सामने आ गया। इसमें अंडरपास की दीवार यहां से गुजर रही अंडरग्राउंड मेट्रो की दीवार के सामने आ गई थी। इस कारण भी काम में देरी हुई। दिसंबर 2019 में जब से अंडरपास का काम शुरू हुआ, दो बार कोरोना लाकडाउन लग चुका है। पहली लहर में काम बंद रहा जिससे पहली समय सीमा पार हो गई। दूसरी लहर में कामगारों की कमी व निर्माण सामग्री न मिल पाने से काम प्रभावित हुआ। इस दौरान कच्चा माल सप्लाई करने वाली एजेंसियों व विभाग के अधिकारी भी कोरोना संक्रमित हो गए थे।
Source: HT Twitter
इसलिए खास है यह अंडरपास:
मध्य और दक्षिणी दिल्ली को नोएडा और फरीदाबाद से जोड़ने वाला आश्रम चौक मथुरा रोड और रिंग रोड (लाजपत नगर-सराय काले खां और डीएनडी) को जोड़ता है। मथुरा रोड या रिंग रोड पर थोड़ी देर के लिए भी जाम लग जाए तो वाहन चालक शार्टकट के चक्कर में आसपास की सिद्धार्थ एक्सटेंशन, कालिंदी कालोनी, अमर कालोनी, लाजपत नगर, आश्रम, किलोकरी गांव, न्यू फ्रेंड्स कालोनी, नेहरू नगर, फ्रेंड्स कालोनी ईस्ट कालोनियों में होकर निकलने लगते हैं। इस कारण इन कालोनियों के लोगों को काफी परेशानी होती है।