देश की राजधानी दिल्ली में पहले बेड की रही थी अब राजधानी के अलग अलग राज्य से ऑक्सीजन की कमी की खबर आपने सुनी ही होगी ,कोरोना महामारी में पिछले कुछ दिनों से बीमारी की सांस बीच बीच में अटक जा रही है। इस बीमारी में सबसे ज्यादा कारगर ऑक्सिजन थेरपी का सबसे अहम रोल है। अब्ब ऑक्सीजन की अस्पतालों में किल्लत हो रही है ऐसे में ऐसे कई अस्पताल है जिन्होंने अब माफ़ी मांग मरीजों को भर्ती करने से इंकार कर दिया है। अस्पतालों की ऐसी दुर्दशा हो जाएगी किसी ने शायद ही सोचा हो।
Delhi | Shanti Mukund hospital faces oxygen shortage.
— ANI (@ANI) April 22, 2021
Doctors are saying that if govt provides O2 on time then we don’t have to discharge the patient. My father is a Covid patient and was admitted yesterday. We request the govt to supply O2 on time: Rohit, son of a Covid patient pic.twitter.com/mXUMFVI91l
एक कोविद संक्रमित के बेटे ने कहा
शांति मुकुंद अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी है। डॉक्टर कह रहे हैं कि अगर सरकार समय पर ओ 2 प्रदान करती है तो हमें रोगी को छुट्टी नहीं देनी चाहिए। मेरे पिता कोविद रोगी हैं और कल भर्ती हुए थे। हम सरकार से अनुरोध करते हैं कि समय पर O2 की आपूर्ति करें: रोहित।
एक डॉक्टर कहते है ” यहां 233 COVID मरीज भर्ती हुए, जिनमें से 75% पूरी तरह से ऑक्सीजन पर जीवित हैं। हमारे पास केवल 1-1.5 घंटे ऑक्सीजन बचा है और सख्त जरूरत है। O2 आपूर्ति के साथ विभिन्न राज्यों से आने वाले टैंकरों को अपने राज्यों से नहीं आने दिया जा रहा है- केए शाह, सीओओ, आकाश हेल्थकेयर
दिल्ली हाई कोर्ट ने कहा
दिल्ली हाई कोर्ट ने सरोज अस्पताल और शांति मुकुंद अस्पताल का जायजा लिया और केंद्र से कहा कि वह अपने आदेश को सख्ती से लागू करे। “अगर सरकार चाहती है, तो वे आकाश पटल एक कर सकते है।