दिल्ली में रहते हैं तो पूरी जानकारी कंटेन्मेंट ज़ोन की रखे.
दिल्ली के कुछ इलाकों में तेजी से संक्रमण फैलने का अंदेशा है। यहां पर जिला प्रशासन की टीमों की निगरानी चल रही है। इन जगहों पर संक्रमण रोकने के लिए अधिक से अधिक कंटेनमेंट जोन बनाए जा रहे हैं। इस स्ट्रैटिजी की वजह से यहां कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग और होम आइसोलेशन को प्रभावी बनाया जा रहा है। कुल मिला कर राजधानी में इस समय 23 ऐसे इलाके हैं, जहां पंद्रह से अधिक कंटेनमेंट जोन हैं। इनमें सबसे अधिक वसंत कुंज की स्थिति खराब है।
हालांकि फिलहाल इस बात की जानकारी नहीं दी जा रही है कि इन एरिया में संक्रमितों की संख्या कितनी है। जिला प्रशासन की एक रिपोर्ट के अनुसार घनी आबादी वाले इलाके तो हॉट स्पॉट बन ही रहे हैं, लेकिन वसंत कुंज, द्वारका जैसे इलाकों में भी संक्रमण बढ़ रहा है। राजधानी में कोरोना संक्रमण की चौथी लहर शुरू हो चुकी है। इस दौरान संक्रमण की रफ्तार पिछली तीनों लहर से अधिक है। प्रशासन के अनुसार यह स्थिति लगभग एक महीने तक बनी रह सकती है।
कंटेन्मेंट ज़ोन HotSpot की पूरी जानकारी.
सबसे बड़ा हॉट स्पॉट इस समय वसंत कुंज है।
यहां पर एक्टिव कंटेनमेंट जोन की संख्या 58,
दूसरे नंबर पर पीतमपुरा 57,
तीसरे पर जीके 1 और 2 हैं। यहां पर कंटेनमेंट जोन की संख्या 51 है।
द्वारका इस मामले में चौथे स्थान पर है, जहां 50 कंटेनमेंट जोन हैं।
इसके अलावा रोहिणी में 46,
पश्चिम विहार में 37,
वसंत विहार में 35,
मुखर्जी नगर में 33,
आरके पुरम में 29,
लाजपत नगर में 26,
अशोक विहार और राजौरी गार्डन में 23-23,
पंजाबी बाग और उत्तम नगर में 21-21,
जनकपुरी और नारायणा विहार में 20-20,
पंचशील में 19,
सीआर पार्क,
सफदरजंग एंक्लेव और मालवीय नगर में 18-18,
ग्रीन पार्क में 17,
शालीमार बाग 16 और महरौली,
विकासपुरी और जंगपुरा में 15-15 कंटेनमेंट जोन एक्टिव है।
यदि तीसरी लहर की बात करें तो नवंबर में दिल्ली के टॉप हॉट स्पॉट में बुराड़ी में 97, नजफगढ़ में 81 और कालकाजी में 73 कंटेनमेंट जोन एक्टिव थे।