दिल्ली से पश्चिमी उत्तर प्रदेश के दर्जनभर जिलों के बीच का सफर अगले कुछ दिनों में आसान होने वाला है। केंद्रीय सड़क एवं परिवहन राजमार्ग मंत्रालय की ओर से दिल्ली-मेरठ एक्सप्रस-वे का शुरू करने की मंजूरी मिल गई है। कहा तो यहां तक जा रहा है कि 31 मार्च से दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे शुरू कर दिया जाएगा, लेकिन इसकी आधिकारिक जानकारी नहीं मिली है। वहीं, जानकारों की मानें तो अप्रैल के प्रथम सप्ताह में हर हाल में दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे चालू कर दिया जाएगा, जिसके बाद दिल्ली से मेरठ, गाजियाबाद, हापुड़, शामली, मुजफ्फर के साथ उत्तराखंड के लोग भी इसका लाभ उठा सकेंगे। कुल मिलाकर दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे  पश्चिम यूपी और उत्तराखंड की कनेक्टिविटी के लिहाज से एक्सप्रेसवे महत्वपूर्ण साबित होगा। अपुष्ट सूत्रों के अनुसार, 31 मार्च को अगर दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे की शुरुआत हुई तो इसके अगले दिन यानी एक अप्रैल से टोल वसूली भी शुरू हो जाएगी।

दिल्ली से मेरठ सिर्फ 60 मिनट में

 

दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के चाल होते ही मेरठ से राजधानी दिल्ली का सफर सिर्फ 60 मिनट में तय होगा। सबसे अच्छी बात तो यह है कि बीच में कहीं भी जाम या फिर रेड लाइट का भी सामना नहीं करना पड़ेगा। बता दें कि मेरठ से बड़ी संख्या में लोग जॉब के सिलसिले में गाजियाबाद, नोएडा-ग्रेटर नोएडा और दिल्ली आते हैं। ऐसे में हजारों लोगों का समय बचेगा और जाम से भी राहत मिलेगी।

गाजियाबाद से मेरठ का सफर सिर्फ 30 मिनट में

गाजियाबाद के लोग भी दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के चाले होने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, क्योंकि इसके बाद शहर के लोग मेरठ सिर्फ 30 मिनट में पहुंच सकेंगे, वह भी बिना किसी जाम का सामना किए। बता दें कि इन दिनों रैपिड मेट्रो रेल का काम चल रहा है, ऐसे में दिल्ली से मेरठ जाने वालों को जाम का सामना करना पड़ता। ऐसे में दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के चालू होने से यात्रियों का समय बचेगा।

यह भी जानें

  • 60 मिनट में पहुंचेंगे मेरठ से दिल्ली।
  • डिस्प्ले पर देख सकेंगे आप कितनी गति से चला रहे हैं वाहन।
  • नियम तोड़ने पर ट्रैफिक पुलिस काटेगी चालान
  • दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर 80 और 100 किमी प्रति घंटा की स्पीड से दौड़ सकेंगे वाहन
  • 8 से 10 किमी की दूरी पर एक्सप्रेसवे की प्रत्येक लेन के ऊपर डिस्प्ले लगाई गई, जिस पर चलते हुए वाहन की गति (योर स्पीड) को देख सकेंगे।
  • दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर चढ़ने और उतरने के लिए डासना में पांच-पांच लेन उपलब्ध होंगी।
  • एक्सप्रेसवे के दोनों तरफ पांच-पांच लेने के टोल बूथ बनाए गए है, लेकिन टोल बूथों के बीच में करीब 100 मीटर का अंतर रखा गया है।
  • डासना से मेरठ तक एक्सप्रेसवे के चौथे चरण में 72 कैमरे लगाए गए हैं।
  •  दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे को कुशलिया में ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे से इंटरचेंज बनाकर जोड़ा गया है। इस इंटरचेंज पर भी टोल बूथ बनाए गए हैं।
  • एक्सप्रेस-वे के चरण संख्या-चार यानी मेरठ से डासना के 32 किमी खंड पर मेरठ के काशी गांव में 19 बूथों का टोल प्लाजा बनाया गया है।

 तीसरी आंख से नहीं बच सकेंगे नियम तोड़ने वाले

दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर यातायात नियमों का उल्लंघन करने पर जुर्माना लगाया जाएगा। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के अधिकारियों के मुताबिक,  गाड़ी की स्पीड से लेकर गाड़ी में अंदर बैठे यात्री तक पर कैमरों की मदद से नजर रखी जाएगी। दरअसल, दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे देश का पहला एडवांस एक्सप्रेसवे होगा, जिसमें चलती गाड़ी से टोल टैक्स कट जाएगा।

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