रेल मंत्री पीयूष गोयल ने आज लोकसभा में बड़ी घोषणा की. उन्होंने कहा भारतीय रेल व्यवस्था 2030 तक दुनिया की पहली ऐसी और इतनी बड़ी रेल व्यवस्था बन जाएगी जो शत-प्रतिशत रिन्यूएबल एनर्जी पर चलेगी. जानें क्या है मोदी सरकार का प्लान
तेजी से कर रहे विद्युतीकरण
रेल मंत्री सदन में रेल मंत्रालय की अनुदान मांगों पर चर्चा का जवाब दे रहे थे. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने रेलवे के इलेक्ट्रिफिकेशन पर तेजी से काम किया है. पहले हर साल करीब 650 किलोमीटर रेलवे लाइन का विद्युतीकरण होता था. इस साल सरकार करीब 5,500 से 6,000 किलोमीटर रेलवे लाइन का विद्युतीकरण करने जा रही है. पिछले साल कोरोना के चलते 4,000 किलोमीटर रेलवे लाइन का ही विद्युतीकरण हुआ.
2023 तक 100% इलेक्ट्रिफिकेशंस
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि 2023 तक भारत अपने पूरे रेल नेटवर्क का विद्युतीकरण कर लेगा. इतने बड़े रेल नेटवर्क का शत-प्रतिशत विद्युतीकरण करने वाला भारत दुनिया का पहला देश होगा. चीन और अमेरिका भी ऐसा नहीं कर पाए हैं.
स्टेशनों को बनाया सोलर पावर स्टेशन
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि सरकार ने 1,000 रेलवे स्टेशनों और रेलवे की 400 इमारतों पर सोलर पैनल लगाए हैं. अभी रेलवे के पास बहुत जमीन है, हालांकि उनकी सुरक्षा करना ही अपने आप में मुश्किल काम है. उन पर अतिक्रमण हो जाता है. इसलिए सरकार ने एक योजना बनाई है.
2030 तक बनेंगे शून्य कार्बन उत्सर्जन रेलवे
रेल मंत्री ने कहा कि मोदी सरकार की योजना 2023 तक रेल नेटवर्क का 100% इलेक्ट्रिफिकेशन करने की है. वहीं 2030 तक भारतीय रेल नेटवर्क दुनिया का पहला इतना बड़ा रेल नेटवर्क होगा जो शत प्रतिशत नवीकरणीय (रिन्यूएबल) एनर्जी पर चलेगा. मतलब भारत दुनिया का पहला ‘शून्य कार्बन उत्सर्जक’ रेलवे बनेगा. हमारे चलने से पर्यावरण कोई नुकसान नहीं होगा