दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर समेत उत्तर भारत में शुक्रवार की रात तकरीबन साढ़े दस बजे भूकंप (Earthquake) के तेज झटके महसूस किए गए. नेशनल सेंटर ऑफ सिस्मोलॉजी के अनुसार, भूकंप का केंद्र ताजिकिस्तान में था. नेशनल सेंटर ऑफ सिस्मोलॉजी ने अपनी सबसे शुरुआती अपडेट में कहा था कि भूकंप का केंद्र जम्मू-कश्मीर में था.
इसके बाद इसे बदलकर अमृतसर कर दिया गया. फिर विभाग का कहना था कि भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान, किर्गिस्तान, चीन उजबेकिस्तान से घिरे देश ताजिकिस्तान में था. बताया गया है कि ताजिकिस्तान में भूकंप की तीव्रता 6.3 मापी गई. इसका केंद्र जमीन से 74 किलोमीटर नीचे बताया गया. भूकंप के झटकों से लोगों में दहशत फैल गई. जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) ने रात को एक ट्वीट में लिखा कि भूकंप के झटके महसूस होते ही वे कंबल लेकर अपने कमरे से बाहर भाग खड़े हुए.
लोगों में रहा दहशत का माहौल
भूकंप से अब तक किसी के हताहत होने या संपत्तियों को नुकसान की सूचना नहीं है, लेकिन इसे लेकर लोगों में दहशत का माहौल है. दिल्ली अन्य शहरों में रात में सोने की तैयारी कर रहे लोग अपने घरों से बाहर निकलकर सुरक्षित स्थानों पर चले गए. समग्र उत्तर भारत के तमाम हिस्सों में शुक्रवार शाम आए भूकंप ने कई राज्यों के लोगों में दहशत पैदा कर दी.
अमृतसर में बने भूकंप के केंद्र के कारण झटके पंजाब से सटे तमाम राज्यों में भी महसूस किए गए. भूकंप के कारण जम्मू-कश्मीर के तमाम इलाकों में लोगों के बीच डर का माहौल देखने को मिला. भूकंप का असर कितना था, इसके बारे में खुद जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम नेशनल कांफ्रेंस नेता उमर अब्दुल्ला ने अपने ट्वीट में लिखा. ट्वीट में डर के उन क्षणों का जिक्र करते हुए उमर ने कहा कि वह झटके लगने के वक्त कंबल लेकर अपने कमरे से बाहर भाग गए.