लंबे इंतजार के बाद मध्य मार्च से दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे को आम यात्रियों के लिए खोलने की तैयारी है। एक्सप्रेसवे पर चलने वाले यात्रियों को दूरी के हिसाब से टोल अदा करना होगा। प्रति किलोमीटर करीब 1.65 से दो रुपये किलोमीटर के हिसाब से चार्ज देना होगा।
सराय काले खां से डासना तक एक्सप्रेसवे के लिए आरक्षित छह लेन में चलने वाले वाहनों से ही टोल लिया जाएगा। बाकी डासना से मेरठ के बीच ग्रीन एक्सप्रेसवे पर चलने वाले सभी वाहनों को टोल अदा करना होगा। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) ने निर्माण कार्य में तेजी लाने के साथ ही टोल वसूली की प्रक्रिया भी तत्काल शुरू किए जाने की दिशा में भी कवायद शुरू कर दी है।
एनएचएआई ने दो तरह से टोल वसूलने की योजना बनाई है। हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट के आधार पर ऑटोमैटिक तरीक से टोल वसूला जाएगा, जिसमें चलती हुई गाड़ी से टोल कट सकेगा। इसे ऑटोमैटिक नंबर का भी नाम दिया जा रहा है जो आपके फास्टैग नंबर से अटैच हो जाएगा। ऑटोमैटिक टोल वसूली के लिए एक्सप्रेसवे पर हाईब्रिड कैमरे लगाए गए हैं जो चलती गाड़ी को स्कैन कर लेंगे।
उदाहरण के लिए अगर आप सराय काले खां से एक्सप्रेसवे की लेन में चलते हैं और यूपी गेट पर बाहर निकलते हैं तो चलती गाड़ी से ही इतनी दूरी का टोल टैक्स कट जाएगा। दूसरे टोल बूथ के जरिए टोल कटेगा। इसके लिए आईएमएस डासना, ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे लूप, मोदीनगर में भोजपुर लूप और परतापुर लूप पर टोल बूथ बनाए गए हैं, जिन पर फास्टैग के जरिए टोल लिया जाएगा।
टोल लगाने संबंधी प्रस्ताव एनएचएआई की तरफ से सड़क एवं परिवहन राजमार्ग मंत्रालय को भेजा जा चुका है, जिस पर स्वीकृति मिलने के बाद एक्सप्रेसवे शुरू होते ही टोल वसूली शुरू हो जाएगी।
मार्च में एक्सप्रेसवे को खोले जाने की तैयारी
एनएचएआई के पास एक्सप्रेसवे को तैयार करने के लिए पांच मार्च तक का समय है। हालांकि अभी तक काफी हिस्सों में काम बचा है। यूपी गेट से डासना के बीच लालकुआं लूप और अलीगढ़ रेल लाइन पर रेलवे ओवर ब्रिज (आरओबी) बनने का काम जारी है।
इसके साथ ही बम्हैटा के पास सर्विस रोड और नाले का निर्माण बचा हुआ है। उधर, दूसरे चरण में डासना से ईस्टर्न पेरिफेरल के बीच 700 मीटर की एलिवेटेड रोड और लूप बनाने काम अभी चल रहा है। अथॉरिटी दावा कर रही है कि निर्धारित समय में एक्सप्रेसवे खोल दिया जाएगा। इसके बाद मार्च के मध्य से टोल वसूली शुरू हो जाएगी।