तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर सिंघु बॉर्डर पर चल रहा किसानों का विरोध-प्रदर्शन सोमवार को 33वें दिन में प्रवेश कर गया है। सिंघु के साथ टीकरी, नोएडा और गाजीपुर बॉर्डर पर भी बड़ी संख्या में किसान जमा हैं और कृषि कानून वापस लेने की मांग कर रहे हैं। ऐसे में तीन तरफ से घिरी दिल्ली में यूपी और हरियाणा से आने वालों को काफी दिक्कत पेश आ रही है।
उधर कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन व्यापक होता जा रहा है। कुंडली बॉर्डर पर जीटी रोड को जाम कर आंदोलन कर रहे किसानों ने अब अनिश्चितकाल के लिए सभी टोल को फ्री करने का एलान कर दिया है। किसानों ने पूर्व में तीन दिन तक टोल फ्री करने का आह्वान किया था। रविवार को टोल फ्री रखने का तीसरा दिन था, लेकिन किसान नेताओं ने मांगें माने जाने तक टोल फ्री करने का एलान कर दिया।
रविवार को भी जिले में जीटी रोड पर भिगान टोल के अलावा केएमपी व केजीपी के सभी टोल फ्री किए गए। केएमपी के पिपली टोल पर भारतीय किसान यूनियन के ब्लाक अध्यक्ष जय सिंह नकलोई के नेतृत्व में किसानों ने डेरा डाल दिया है। नकलोई ने कहा कि अब किसान दिन-रात यहीं डटे रहेंगे और जब तक आंदोलन चलेगा, टोल फ्री करवाएंगे।
वहीं रेवाड़ी जिले में जय¨सहपुर खेड़ा बॉर्डर पर आंदोलनकारियों द्वारा दिया जा रहा धरना रविवार को भी जारी रहा। आंदोलनकारियों ने बीते तीन दिनों से हाईवे को पूरी तरह से बंद किया हुआ है। हाईवे के जाम होने के कारण वाहन चालकों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है तथा अप्रोच मार्गों से ही वाहनों को निकाला जा रहा है। वाहन चालक घंटों जाम में फंस रहे हैं। वहीं आंदोलनकारियों का कहना है कि 29 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत के बाद ही किसान अपना आगे का निर्णय लेंगे।