दिल्ली मेट्रो के फेज 4 के तहत, जनकपुरी वेस्ट-आरके आश्रम मार्ग कॉरिडोर में नई ऊंचाइयां छुई जाएंगी। हैदरपुर बादली मोड़ के पास इस कॉरिडोर का एक वायाडक्ट 28 मीटर की ऊंचाई पर बनाया जाएगा। जो कि अबतक का सबसे ऊंचा वायाडक्ट होगा। इसी सेक्शन पर सबसे ऊंचा स्टेशन भी बनेगा। इस जगह पर 8 अक्टूबर को पियर्स की कास्टिंग प्रस्तावित है। दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के एक प्रवक्ता ने कहा, “हैदरपुर बादली मोड़ पर रेल लेवल की ऊंचाई 8 मंजिला इमारत से भी ऊंची होगी। वायाडक्ट को सपोर्ट करने वाला पियर भी 25 मीटर का होगा। यह अबतक के सबसे ऊंचे वायाडक्ट जो कि धौलाकुआं पर है, उससे भी कहीं ऊंचा होगा। धौलाकुआं में पिंक लाइन 23.6 मीटर की ऊंचाई पर दौड़ती है।” उन्होंने कहा कि इस जगह इतनी ऊंचाई पर वायाडक्ट बनाना जरूरी था क्योंकि वह यलो लाइन (समयपुर बादली-हूडा सिटी सेंटर) को क्रॉस करेगा जो करीब 18 मीटर की ऊंचाई पर है।
2022 तक पूरा हो जाएगा काम
28.9 किलोमीटर लंबे जनकपुरी वेस्ट-आरके आश्रम मार्ग कॉरिडोर के 2022 तक पूरा होने की उम्मीद है। यह मैजेंटा लाइन का एक्सटेंशन है और इसमें 22 स्टेशन होगी। हैदरपुर बादली मोड़ के अलावा इसमें पांच और इंटरचेंज स्टेशन होंगे- पीरागढ़ी (ग्रीन लाइन), मधुबन चौक (रेड लाइन), मजलिस पार्क (पिंक लाइन) आजादपुर (यलो और पिंक लाइन) और आरके आश्रम मार्ग (ब्लू लाइन)।
सबसे ऊंचा होगा हैदरपुरी स्टेशन
हैदरपुर बादली मोड़ का प्लैटफॉर्म पहले से मौजूद फेज-3 स्टेशन के ऊपर 23.5 मीटर की ऊंचाई पर होगा। अभी पिंक लाइन पर मौजूद मयूर विहार फेज-1 स्टेशन सबसे ऊंचा (22 मीटर) है, उसके बादर कड़कड़डूमा (20 मीटर) का नंबर आता है।
DMRC के आगे चुनौतियां भी कम नहीं
इंजीनियर्स के लिए यह कर पाना आसान नहीं होगा। DMRC के प्रवक्ता ने कहा, “इंजीनियर्स एक विस्तृत कंस्ट्रक्शन प्लान तैयार कर रहे हैं ताकि यह प्रोजेक्ट पूरा हो सके। पियर और स्पैन्स की लॉन्चिंग का काम यलो लाइन पर बिना यातायात रोके पूरा किया जाएगा।”
10 से लेकर 25 मीटर तक एक ही कॉरिडोर की ऊंचाई
इस सेक्शन पर काम पिछले साल दिसंबर में शुरू हुआ था। इस कॉरिडोर पर पिलर्स की औसत ऊंचाई सिर्फ 10 मीटर है लेकिन मधुबन चौक पर यह 20 मीटर हो जाएगी जहां वह रेड लाइन को क्रॉस करेगी। हैदरपुर बादली मोड़ पर ऊंचाई 25 मीटर हो जाएगी।
22 किलोमीटर से ज्यादा मेट्रो रहेगी अंडरग्राउंड
DMRC ने हैदरपुर बादली मोड़ पर फेज-4 स्टेशन का काम फेज-3 यलो लाइन स्टेशन के साथ ही पूरा कर लिया था। नए स्टेशन के प्लैटफॉर्म्स तैयार हैं और DMRC को सिर्फ उसमें छत और स्टेशन बिल्डिंग बनाने की जरूरत है। फेज 4 के तहत टोटल 61.6 किलोमीटर लंबी लाइन बिछेगी जिसमें 45 स्टेशन होंगे। इनमें से 22.3 किलोमीटर लाइन अंडरग्राउंड होगी।